Gwalior Weather News: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण गुरुवार को शहर का मौमस बिगड़ गया। गरज-चमके साथ दिन में वर्षा हुई, जिससे अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस (डिसे) की गिरावट दर्ज हुई। इससे दिन में ठंडक लौट आई। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक शहर सहित अंचल में वर्षा, आंधी व ओलावृष्टि के आसार जताए हैं। इस मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। वर्तमान में सरसों, चना की फसल खेतों में कटी पड़ी है और गेहूं खड़ा है। वर्षा, आंधी व ओले फसलों को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से नमी आ रही है। यह नमी मध्य प्रदेश के ऊपर इकट्ठा हो रही है, जिसकी वजह से सुबह से ही बादल छा गए थे। धूप कम समय के लिए निकली, लेकिन दोपहर एक बजे मौसम बिगड़ गया। गरज-चमक के साथ कहीं तेज, कहीं हल्की वर्षा हुई। तेज हवा भी चली। वर्षा के कारण दोपहर ढाई बजे तापमान में गिरावट आ गई, जिससे दिन में जो गर्मी हो रही थी उससे राहत मिल गई। अधिकतम तापमान सामान्य से 2.3 डिसे नीचे आ गया। लंबे समय बाद तापमान सामान्य से नीचे आया है, जबकि रात में तापमान बढ़ गया, जिससे रात में ठंडक घटी है।
इन कारणों से बदला है मौसम
- जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके असर से राजस्थान में चक्रवातीय घेरा बना गया है। इसे अरब सागर से नमी मिल रही है। राजस्थान से लगे ग्वालियर चंबल संभाग पर इसका असर अधिक दिखाई देगा।
- तमिलनाडु के पास ट्रफ लाइन बनी है। बंगाल की खाड़ी के पास भी चक्रवातीय घेरा बना है। इससे बंगाल की खाड़ी से भी नमी आ रही है।
- अरब सागर व बंगाल की खाड़ी की नमी प्रदेश के ऊपर इकट्ठा हो रही हैं।
- ग्वालियर में मौसम विभाग ने ये अलर्ट जारी किया है। भारी वर्षा व भारी ओलावृष्टि की संभाना कम है, जबकि चंबल संभाग में आरेंज अलर्ट जारी है। मुरैना, भिंड में ओलावृष्टि व भारी वर्षा हो सकती है। चक्रवातीय घेरे का असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर हैं। इस कारण ये जिले प्रभावित होंगे।
- 20 मार्च तक इसी तरह का मौसम रहने वाला है।
-19 मार्च को नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जिसका असर 22 से 23 मार्च के बीच दिखेगा।
Posted By: anil tomar