Gwalior Weather Update: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से आ रही नमी के कारण शहर का मौसम बदल गया। गुरुवार को सुबह हल्के बादल छाए हुए थे। इससे रात में ठंडक घट गई। सुबह आठ बजे के बाद धूप निकल आई, जिसकी वजह से दोपहर में गर्मी बढ़ सकती है, जिससे शाम को मौसम बदल जाएगा और तेज हवा के साथ वर्षा के आसार हैं। कहीं-कहीं ओलावृष्टि बी हो सकती है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे का आरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान शहर सहित अंचल में वर्षा, आंधी व ओलावृष्टी के आसार हैं। कहीं कहीं ओलों की भारी वर्षा हो सकती है। 48 घंटे में होने वाली वर्षा से फसलों को भी भारी नुकसान की संभावना है, क्योंकि वर्षा, आंधी व ओले तीनों ही गेहूं, चना, सरसों को नुकसान पहुंचाएंगे।

गत दिवस शहर सहित अंचल में वर्षा वर्षा हुई। घाटीगांव व भितरवार क्षेत्र में ओलों की वर्षा हुई है। इससे फसलों को 25 फीसद तक नुकसान आया है। फली से सरसों के बीज झड़ गए। गेहूं की फसल खतों में लेट गई है। अब इसके खड़े होने की संभावना नहीं है। गेहूं में भी 25 फीसद तक का नुकसान है। दाना पतला कम हो जाएगा और भूसा भी कम निकलेगा। कृषि वैज्ञानिक डा राज सिंह कुशवाह का कहना है कि आगे भी वर्षा की संभावना है। अब हर फसल को नुकसान होगा। दाना खराब होगा और उत्पादन भी घटेगा।

इन कारणों से बदला है मौसम

- जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। राजस्थान में एक चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। अरब सागर से से भी नमी आ रही है।

- बंगाल की खाड़ी से उत्तर भारत तक ट्रफ लाइन बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी से भी पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है।

- मध्य प्रदेश के ऊपर अरब सागर व बंगाल की खाड़ी की नमी इकट्ठा हो रही है। दक्षिण पूर्वी व पश्चिमी हवाएं भी मध्य प्रदेश के ऊपर टकरा रही हैं।

- इन सभी की वजह से मध्य प्रदेश ज्यादा प्रभावित है। 16 व 17 मार्च को वर्ष का आरेंज अलर्ट जारी है।

- 50 से 70 किमी प्रति घंटा की गति से आंधी भी चल सकती है।

- गरज-चमक के साथ-साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी होंगी।

- 20 मार्च तक वर्षा, आंधी, ओलों का लोगों को सामना करना है, क्योंकि कम ऊंचाई वाले बादल बन रहे हैं। वर्ष 2015 जैसे वर्षा व ओले गिर सकते हैं।

Posted By: anil tomar

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