Ladli Bahna Yojna: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। लाड़ली बहना योजना में जिन हाथों में ई केवायसी का जिम्मा है, वही फिलहाल काम करने को तैयार नहीं हैं। आंगनबाड़ी स्टाफ से लेकर सुपरवाइजर, परियाेजना अधिकारी, सीडीपीओ, तहसीलदार, ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत सचिव हड़ताल मोड में हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में ओलावृष्टि के कारण पटवारी सहित राजस्व अमले को शनिवार से फसलों के नुकसान का सर्वे करना है। ऐसे में अब किस स्टाफ से काम कराया जाए, फिलहाल प्रशासन के सामने यह मुश्किल है। ग्राम रोजगार सहायक शनिवार से वापस आ सकते हैं, लेकिन यह तय नहीं है। निजी आपरेटरों और वालेंटियरों से थोड़ा बहुत काम योजना के केवायसी का कराया जा रहा है। इसके अलावा सर्वर डाउन को लेकर अलग परेशानी है, बार-बार डाउन होने से महिलाएं व उनके स्वजन खुद और सीएससी सेंटर-एमपी आनलाइन पर केवायसी नहीं कर पा रहे हैं। यहां यह बता दें कि लाड़ली बहना योजना के तहत 25 मार्च तक ई-केवायसी का काम होना है, जिसमें समग्र पोर्टल पर केवायसी कराना है। इसके साथ ही इसी अवधि तक बैंकों में महिलाओं को आधार से खाता लिंक कराना है, क्योंकि आधार से लिंक वाले खाते में ही डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत एक हजार रुपये की राशि आएगी। जिलेभर में प्रशासन व निगम के माध्यम से शिविर लगाए जा रहे हैं और अमले को ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
अलग-अलग मांगों को लेकर हड़ताल, काम बंद
प्रदेशभर में आंगनबाड़ी स्टाफ, सुपरवाइजर, सीडीपीओ व परियोजना अधिकारी अपने वेतनमान व एरियर की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। आंगनबाड़ियों में भी सहयोगिनी के माध्यम से बच्चों को पोषण आहार बांटा जा रहा है, स्टाफ पूरी तरह से हड़ताल पर है। इसके अलावा ग्राम रोजगार सहायक अवकाश पर चले गए थे और हड़ताल के मोड में आ रहे हैं। शनिवार को वे वापस नहीं आए तो परेशानी होगी। आधार केवायसी ग्राम रोजगार सहायक और पंचायत सचिव की आइडी से होना है।
आगे बढ़ सकती है केवायसी की तिथि
लाड़ली बहना योजना के लिए ई-केवायसी करने के लिए 25 मार्च तक समय निर्धारित है, इसके बाद आवेदन शुरू होंगे। ई-केवायसी में काम करने वाले स्टाफ की गैर मौजूदगी में काम कौन करेगा, तो इस कारण तिथि भी आगे बढ़ सकती है। महिलाएं खुद भी केवायसी कर रही हैं, लेकिन इसका प्रतिशत ज्यादा नहीं है।
आंगनबाड़ी स्टाफ व अन्य अमले के हड़ताल की स्थिति में वैकल्पिक माध्यम का उपयोग किया जाएगा। महिलाएं खुद भी ई-केवायसी कर रही हैं और सीएससी सेंटर व एमपी आनलाइन पर भी केवायसी हो रहा है।
अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर
थोड़ी बहुत परेशानी आ रही है, लेकिन काम पर इसका प्रभाव नहीं हो रहा है। अन्य सहयोग लेकर भी काम हो रहा है। ग्राम रोजगार सहायक शनिवार को वापस आ सकते हैं।
आशीष तिवारी सीईओ, जिला पंचायत
Posted By: anil tomar