Scindhia in Gwalior: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। केंन्द्रीय मंत्री सिंधिया शनिवार को चार शहर का नाका, हजीरा स्थित शासकीय डा. भगवत सहाय महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने की। इस अवसर पर सिंधिया ने महाविद्यालय के विकास में योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया और मेधावी विद्यार्थियों व खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए। विद्यार्थियों से संवाद करते हुए सिंधिया ने कहा कि देश में परिवर्तन युवा पीढ़ी ही लेकर आती है।
देश का भविष्य आप सबके हाथों में है। कालेज ऊर्जा के स्रोत होते हैं और कालेज लाइफ जीवन के सबसे अच्छे पल होते हैं। सभी विद्यार्थी खूब मेहनत करें और टीम भावना के साथ ज्ञान का आदान-प्रदान करें। टीम भावना से किए गए हर काम में सफलता का प्रतिशत ज्यादा रहता है। सिंधिया ने कहा कि हम सबको इस बात का गर्व है कि डा. भगवत सहाय महाविद्यालय की छात्रा दीपा शर्मा भारतीय हाकी टीम में गोल कीपर की भूमिका निभा रही हैं। इसी तरह यहां के कई विद्यार्थी कुश्ती व योगा सहित अन्य खेल विधाओं में ग्वालियर और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि भगवत सहाय की प्रेरणा से ही महाराज जीवाजीराव सिंधिया ने ग्वालियर में सन् 1897 में गजरा राजा मेडिकल कालेज की स्थापना की थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है। ब्रिटेन को पीछे धकेलकर भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि वर्ष 2030 तक जापान व जर्मनी को पीछे ऑछोड़कर भारत विश्व की सबसे बड़ी तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। समारोह में महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष रामअवतार सिंह बैस, वेदप्रकाश शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष ग्रामीण कौशल शर्मा तथा अशोक शर्मा, मदन कुशवाह, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डा. कुमार रत्नम एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डा. गिरीश शर्मा आदि मंचासीन थे।
छात्रा से बोले सिंधिया
छात्रा चांदनी ने केंद्रीय मंत्री से पूछा- क्या हायर एजुकेशन के लिए विदेश जाने में सरकार हमारी कोई मदद करेगी। जवाब में सिंधिया ने कहा कि आप बस सपने देखो, उन्हें पूरे केंद्र व प्रदेश सरकार और हम सब मिलकर करेंगे। उन्होंने छात्रों को बताया कि हायर एजुकेशन के लिए प्रदेश सरकार खर्च भी उठाती है। विद्यार्थी कड़ी मेहनत करें और अपने महाविद्यालय में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाएं। इससे निश्चित ही सफलता मिलेगी।
Posted By: anil tomar