Shiv Chaturdashi Vrat 2022: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की मासिक शिवरात्रि यानी शिव चतुर्दशी 28 मई, शनिवार के दिन पड़ रही है। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि भगवान शिव को मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद प्रिय है। इसलिए भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए इस दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है।
मासिक शिवरात्रि तिथि:
मासिक शिवरात्रि का प्रारंभ 28 मई को दोपहर 01:09 पर होगा जो 29 मई को दोपहर 02:54 पर समाप्त होगी। इस दिन भरणी नक्षत्र व शोभन योग भी रहेगा।
मासिक शिवरात्रि महत्व:
मासिक शिवरात्रि के व्रत का विशेष महत्व है। इस व्रत को रखने से स्त्री और पुरुष के जीवन में सुख-समृद्धि का विकास होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शिव मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन रात और दिन पूरा दिन ओम नमः शिवाय का जाप किया जाता है। इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को मोक्ष, मुक्ति की प्राप्ति होती है। और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है।
मासिक शिवरात्रि पूजा विधि:
मासिक शिवरात्रि के दिन सबसे पहले सूर्य देव को जल अर्पित करें। उसके बाद मासिक शिवरात्रि व्रत व पूजा का संकल्प करें। शिव जी की पूजा करते समय सबसे पहले गंगाजल एवं गाय के दूध से अभिषेक करें। फिर उनको सफेद चंदन लगाएं। फूल, माला, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी का पत्ता, अक्षत्, दीप, गंध, फल आदि अर्पित करें। शिव पूजा में शंख, कुमकुम, सिंदूर, हल्दी, तुलसी का पत्ता, नारियल आदि का उपयोग नहीं करते हैं। ये सभी वर्जित हैं। पूजा के दौरान शिव चालीसा, मासिक शिवरात्रि व्रत कथा का पाठ करें। पूजा का समापन शिवजी की आरती के साथ करें। साथ ही ब्राह्मण को अन्न, फल, वस्त्र आदि का दान करें।
Posted By: anil.tomar
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