Tax exemption: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। आयकर में छूट दिलाती है आपकी बचत। इसलिए स्मार्ट तरीके से आयकर की बचत करें। पैसा कहां लगाना है जिससे अच्छा लाभ भी मिले और आयकर से छूट भी मिले। इसके लिए आप एक्सपर्ट से राय जरुर लें। बिना टैक्स दिए आप एक लाख तक की कैपिटल बना सकते है जो की स्मार्ट सेविंग कहलाती है। वित्तीय प्लानिंग से सेविंग्स की जाती है।स्टाक्स और इक्विटी ओरिएंटेड फंड्स म्यूचुअल फण्ड पर 1 लाख रुपए से ज्यादा के लान्ग-टर्म कैपिटल गेंस पर अब टैक्स लगता है।
अगर आपको लान्ग टर्म कैपिटल गेन हुआ है तो आपके लिए 1 लाख रुपए तक लान्ग टर्म कैपिटल गेन पर टैक्स छूट का फायदा उठाने का यही मौका है। सीए निधी व्यास का कहना है कि 31 मार्च से पहले इस हिसाब से प्राफिट बुक करें कि टैक्स छूट का लाभ मिल जाए। जितनी अच्छी आपकी प्लानिंग होगी उतने बेहतर तरीके से आप बचत कर सकेंगे और अपने सपनों को पूरा किया जा सकेगा। बड़ा घर और मंहगी कार सभी की पसंद है। लेकिन इसे पूरा करने के लिए लोग आसानी से ऋण ले लेते हैं पर उस ऋण को आसानी से चुकता करने के लिए बेहतर प्लानिंग की आवश्यकता होती है जिससे आपकी बचत भी हो और ऋण से मुक्ति भी मिले।
इन बड़े घर व कार जैसे महंगे शौक पूरा करने के लिए आपको स्मार्ट प्लानिंग करने की जरुरत है। इसके लिए आप शेयर, म्युचुअल फंड और एसआइपी का विकल्प चुन सकते हैं। शेयर में जोखिम से भरा हुआ बाजार है , इसलिए सावधानी अतिरिक्त रखने की आवश्यकता है। लेकिन लंबे समय तक के लिए आप इनमें छोटा निवेश दीर्घ अवधि में अच्छा रिटर्न देते हैं।
जिससे आप अपने सपनों काे आसानी से पूरा कर सकेंगे। अब मान लीजिए कि लोन लंबी अवधि का लिया है तो लोन के ब्याज का मैनेजमेंट भी निवेश से संभव है। ईएमआइ का मात्र 15 प्रतिशत एसआइपी में निवेश करें उस अवधि के लिए जितना लोन है। ऐसे में इतना रिटर्न मिलेगा कि लोन के ब्याज की भरपाई हो जाएगी। अब तो यह भी संभव है कि आप म्युचुअल फंड और स्टाक के विरुद्ध भी लोन ले सकते हैं। इस तरह के ऋण पर पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड के लोन के मुकाबले ब्याज भी कम लगता है।
यदि आपका होम लोन है तो उसे जल्दी बंद करने की बजाय उक्त राशि को एसआइपी या म्युचुअल फंड में निवेश करें। इससे आपको लोन के ब्याज से ज्यादा मुनाफा हासिल होगा। याद रखें कि म्युचुअल फंड, एसआइपी और स्टाक्स में तरलता भी रहती है। इसका उपयोग आप संपत्ति खरीदने, रिटायरमेंट की प्लानिंग और बच्चों की शिक्षा के लिए भी कर सकते हैं। बस जरुरत है तो बेहतर प्लानिंग की जिसके लिए एक्सपर्ट से राय लें और मुश्किल आसान करें।
Posted By: anil tomar