ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर के अलग-अलग स्थानों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल पेड़ों के पीछे छुपे हुए नजर आ रहे हैं। इसके चलते वाहन चालकों को लाल और हरी बत्ती का पता ही नहीं चलता है। सिग्नल न दिखने के कारण कई बार वाहन चालक हरा सिग्नल होने पर भी खड़े ही रह जाते हैं। इससे यातायात बाधित होने की समस्या खड़ी हो जाती है। पिछले कुछ दिनों से इस तरह की शिकायतें ट्रैफिक पुलिस और स्मार्ट सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर में पहुंच रही थीं। इसके चलते अब स्मार्ट सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर द्वारा इन सिग्नलों के आगे मौजूद पेड़ों की डालियों की छंटाई करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत अब शहर के ऐसे चौराहों को चिह्नित किया जा रहा है, जहां ट्रैफिक सिग्नल पेड़ों के पीछे छुप चुके हैं। इसमें एसबीआई तिराहा, गोविंदपुरी चौराहे पर ऐसे सिग्नल हैं, जहां तुरंत पेड़ों की छंटाई की जरूरत है। इसके लिए नगर निगम के अमले ने गोविंदपुरी चौराहा स्थित सिग्नल पर एलआईसी एंड और हुरावली एंड की ओर से पेड़ों की छंटाई की, लेकिन यहां भी लापरवाही नजर आई। पेड़ों की छंटाई के दौरान एक केबल टूटकर सड़क पर गिर गई। इसके अलावा हुरावली एंड की ओर लगे सिग्नल पर पेड़ों की ढंग से छंटाई न होने के कारण अभी भी वे पूरी तरह से नहीं दिख रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इन पेड़ों की पूरी तरह से छंटाई करने के लिए फिर कंट्रोल कमांड सेंटर को सूचित किया है, ताकि वाहन चालकों को परेशानी न हो और ट्रैफिक भी सुगम बना रहे।

350 लोगों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन की सतकर्ता डोज

जिले में कोरोना का एक भी मामला गुरुवार को सामने नहीं आया। वहीं कोविड वैक्सीन की सतर्कता डोज 350 लोग लगवाने पहुंचे। तीसरी डोज लगवाने वालों की संख्या नहीं बढ़ रही है। इसके चलते अभी तक ग्वालियर में दो लाख 60 हजार 373 लोग सतर्कता डोज लगवा चुके हैं। टीकाकरण की धीमी गति के चलते सतर्कता डोज लगवाने वालों की संख्या नहीं बढ़ रही है। जबकि टीकाकरण अभियान से लेकर तमाम प्रयास किए जा चुके हैं।

Posted By: anil tomar

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