Vande Bharat Express ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। रानी कमलापति स्टेशन(भोपाल) से नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की गुरुवार को अधिसूचना नहीं आ सकी, जिसके चलते रेलवे के पोर्टल पर ट्रेन की जानकारी नहीं आ सकी। एक अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से ट्रेन को दोपहर 3:20 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस ट्रेन में पहले दिन स्कूल के विद्यार्थियों को सफर कराया जाएगा। झांसी मंडल बीना से झांसी के बीच 600 बच्चों को सफर करा सकता है। उद्घाटन के बाद यह ट्रेन शाम 7:48 बजे ग्वालियर पहुंचेगी। इस ट्रेन में यात्री दो या तीन अप्रैल से सफर कर सकते हैं। इस ट्रेन का ग्वालियर में भी ठहराव है। वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन को लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अनिल कुमार लाहौटी भी शुक्रवार को पहुंच रहे हैं। ये ट्रेन से नई दिल्ली से भोपाल के बीच सफर करेंगे, जिसके चलते स्टेशनों पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है।

पांच स्टेशनों पर है ठहराव

ट्रेन के स्टापेज की जो प्रारंभिक सूचना जारी की गई है, उसमें पांच स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। बीना, वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन झांसी, ग्वालियर, आगरा कैंट, पलवल पर ठहराव दिया गया है। ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से शुरू होकर नई दिल्ली पर समाप्त होगी। इस ट्रेन का मेंटेनेंस भोपाल में किया जाएगा।

यह है ट्रेन की खासियत

- दरवाजे स्वचलित होंगे। जब ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी होगी, तब दरवाजे खुले रहेंगे। यदि बंद हैं तो गेट के सामने जाकर खड़े हो जाएं, दरवाजे स्वत: खुल जाएंगे।

- जब ट्रेन किसी स्टेशन पर ठहरेगी, तब भी दरवाजे स्वत: खुलेंगे। आपको परेशान होने की जरूरत नहीं होगी।

- कोच के अंदर भी एक से दूसरे कोच में जाने के लिए जिन दरवाजों से सामना होगा, वे भी स्वचलित होंगे।

- शौचालय में अग्निशामक रखे हैं, जिनका उपयोग आग लगने की स्थिति में किया जा सकेगा।

- कोच में फोल्डिंग टेबल दी गई है, जिसका उपयोग यात्री अपनी सुविधा के अनुसार कर सकेंगे।

- कोच में दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष हैंडल लगाकर उन पर ब्रेल लिपि में बर्थ संख्या का उल्लेख किया है।

- एग्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच की चेयरकार बर्थ, जिन्हें यात्री आसानी से 180 डिग्री एंगल पर सुविधा अनुरूप घुमाकर बैठ सकेंगे। द्यगेट पर सीसीटीवी लगे हैं, चढ़ने व उतरने वाले यात्री इनकी जद में होंगे।

- ट्रेन में जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, वैक्यूम आधारित शौचालय, एलईडी टीवी भी है।

आपातकालीन स्थिति में ऐसे खोले सकेंगे दरवाजे

ट्रेन का पूरी तरह ठहरने तक प्रतीक्षा करें। द्य फिर लाल पैनल के कांच को तोड़ें और लाल हैंडल को तीर के निशान की ओर घुमाएं। द्य दरवाजे में दिए हैंडल स्लाट का उपयोग करके दरवाजे को एक ओर खिसकाएं। द्य यह तय करें कि बगल के ट्रैक पर कोई ट्रेन नहीं आ रही है।

यात्री ऐसे कर सकेंगे लोको पायलट व सहायक लोको पायलट से बात

- प्रत्येक कोच के अंदर व प्रत्येक मुख्य गेट पर आपातकालीन टाक बैक यूनिट है। उसमें पुश बटन है, जिसे तब तक दबाते रहें, जब तक की एलईडी की ब्लिकिंग बंद होकर लाल रंग में न बदल जाए।

- इसके बाद एलईडी का रंग हरा होने तक प्रतीक्षा करें, हरा रंग यह सूचित करता है कि ट्रेन आपरेटर व ड्राइवर आपसे बात करने के लिए तैयार हैं।

- माइक्रोफोन पर बात करें, ट्रेन आपरेटर-ड्राइवर द्वारा दी जाने वाली सलाह का पालन करें।

- पुश बटन को दोबारा न दबाएं। ऐसा करने से ट्रेन आपरेटर व ड्राइवर द्वारा काल काट दिया जाएगा।

Posted By: anil tomar

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