Ye Footpath Hamara Hai: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। शिंदे की छावनी से हाथठेलों को हटाने पहुंचे नगर निगम के मदाखलत अमले का ठेलेवालों ने विरोध कर हंगामा कर दिया। अमले के पहुंचते ही फलों के कुछ ठेलों को पलट दिया और ठेलों को सड़क पर रख चक्काजाम कर दिया। शाम छह बजे काफी देर के लिए पूरा ट्रैफिक थम गया। गर्मी में बेहाल लोग पुलिस व ठेले वालों से ठेले हटवाने के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मदाखलत अमला और पुलिस ने और बुलवाकर जाम खुलवाया गया। इससे शिंदे की छावनी से रामदास घाटी की ओर जाने वाला पूरा मार्ग बाधित रहा। वहीं बाद में कांग्रेस नेता सुनील शर्मा मौके पर पहुंच गए और निगम प्रशासन व सरकार कोसते हुए कहा कि बड़ी इमारत वालों के अतिक्रमण नहीं दिखते हैं,गरीबों को परेशान किया जा रहा, इनका व्यवस्थापन किया जाना चाहिए।
शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे नगर निगम का मदाखलत अमला शिंदे की छावनी पर डा़ दुबे हास्पिटल के सामने लगे ठेलों को हटवाने के लिए पहुंचा था। यहां पहले फल व सब्जी के ठेले लगते थे, जिन्हें हटवा दिया गया था। अब दोबारा फुटपाथ घेरा है। इससे जाम लगता है। साथ ही जहां ठेले लगते हैं वहां सड़क का कट है। इससे वाहन टर्न नहीं ले पाते हैं। मदाखलत अमले ने पहुंचने के बाद एनाउंसमेंट किया कि ठेले हटाओ तो कुछ ठेलेवाले आक्रोशित हो उठे और विरोध करने लगे। ठेले वालों ने कहा फूलबाग, नौगजा रोड सहित अन्य जगह जो ठेले लगते हैं उन्हें पैसे लेकर खड़ा होने दिया जाता है, जो पैसे नहीं देता उन्हें हटा देते हो।
घिरे फुटपाथों पर कार्रवाई
नईदुनिया के ये फुटपाथ हमारा है मुहिम के तहत शहरभर में फुटपाथों को पैदल चलने के लिए खाली कराने की कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में इस अभियान के तहत शहर के अलग अलग हिस्सों में फुटपाथ को लेकर स्थिति बताई थी। गुरुवार को आयोजित परिचर्चा में पुलिस, प्रशासन, नगर निगम व शहर के व्यापारीगणों ने एकमत होकर यह तय किया है कि फुटपाथों पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो इसके लिए सभी सहयोग देंगे।
हाथ जोड़ बोली महिला-हमें जाने दो
ठेलों के आगे ही जो पहली कार थी, उसमें बुजुर्ग महिला और पुरुष सवार थे। इन्हें इमरजेंसी में कहीं जाना था। महिला ने बाहर उतरकर ठेले वालों व पुलिस से कहा हमारी गाड़ी निकल जाने दो। ठेले वालों ने कहा आप हमारी समस्या समझो हम ठेले नहीं हटाएंगे। यहां एसआइ और एएसआइ सहित ट्रैफिक के पुलिसकर्मी वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने महिला की मदद नहीं की। इसी तरह पीछे वाहनों की लंबी कतार में लोग परेशान होते रहे।
Posted By: anil tomar
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