अनिल माणिक, हरदा! आमजन में संविधान के प्रति निष्ठा और जागरुकता बढाने के लिए एक युवा द्वारा मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने तीन साल में 360 से अधिक संविधान उद्देशिका वितरित की है। उन्होंने 200 संविधान पुस्तिका लोगों तक पहुंचाई है। इसके साथ ही संविधान की 21 मूल प्रतिलिपि भी उपहार स्वरूप दी है। देवास जिले के खातेगांव की विद्याधाम कालोनी में रहने वाले कबीर पंथी लोकगायक देवराज नागर परिचितों को जन्मदिन, विवाह समारोह, वर्षगांठ पर संविधान उद्देशिका उपहार में दे रहे हैं।
वे संविधान उद्देशिका फ्रेम करावर आकर्षक बनाकर देते हैं। उन्होंने बताया कि लोगों में संविधान के प्रति जागरुकता आए, संविधान यानी देश का सर्वोच्च कानूनी ग्रंथ के प्रति आमजन में रुचि जाग सके। इसलिए वे संविधान की उद्देशिका का वितरण करते हैं। इसके साथ ही मानवता धर्म के बारे में भी जानकारी देकर भाईचारा, समरसता लाने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
एक लाख 67 हजार रुपये किए खर्च
कबीर जनचेतना मंच के लोकगायक देवराज ने बताया कि वे कबीर पंथ को मानते हैं। इसके तहत देवास, हरदा, सीहोर जिले के गांवों में कबीर पंथी भजन गायन करते हैं। इससे आने वाली राशि से संविधान की उद्देशिका, संविधान पुस्तिका एवं संविधान की मूल प्रतिलिपि उपहार स्वरूप देते हैं। उन्होंने बताया कि अब वे 360 संविधान उद्देशिका, 200 संविधान पुस्तिका और 21 संविधान की मूल प्रतिलिपि दे चुके हैं। उनका कहना है कि संविधान की एक उद्देशिका बनाने में करीब चार सौ रुपये का खर्च आता है। उन्होंने बताया कि वे देवास, खरगोन, सीहोर, हरदा, खंडवा, बङवानी, इंदौर, धार, राजगढ, भोपाल जिले में संविधान उद्देशिका दे चुके हैं।
यह संदेश देते हैं लोकगायक
कबीर पंथी लोकगायक देवराज ने बताया कि वे भारतीय संविधान के माध्यम से भाईचारा, समरसता और एकता लाने के लिए मानवता धर्म की परिभाषा समाजजन तक पहुंचाते हैं। इसके साथ ही देश के कानून के ज्ञान से समाज में समरसता आ सके। संविधान के प्रति रुचि जागने से लोग कानून जान सके। उन्होंने बताया कि वे कबीर भजन गायन के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश देते हैं। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक संस्थाओं में भी बच्चों को संविधान और मानवता धर्म के बारे में जानकारी देते हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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