सिवनीमालवा, नवदुनिया प्रतिनिधि।
तहसील के अंतर्गत कई ग्रामों में किसानों की मूंग की फसलों में नहर का पानी एवं सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाने के कारण पूरी फसल सूखने के कगार पर है, जिसके कारण किसान अपनी ही फसलों पर ट्रैक्टर चलने को मजबूर हो रहे हैं। ग्राम अमलाड़ा में मूंग की फसल में पानी न मिलने से परेशान किसान ने मूंग की खड़ी फसल पर ही ट्रैक्टर चला दिया। ग्राम अमलाडा के किसान केवलराम पिता सत्यनारायण तंवर ने बताया कि मैने 7 एकड़ में खड़ी मूंग की फ़सल पर ट्रैक्टर चला दिया। इस साल बोवनी के बाद मूंग की फसलें आती तो दिखी। लेकिन जब फसलों में फूल आने के समय में ही उस हमारे गांव में नहर का पानी नहीं पहुंच पाया और बिजली भी नहीं मिल पाई जिससे मोटर से भी पानी नहीं दिया जा सका तो तसूखे के कारण पूरी फसल के फूल झड़ गए। हमारी फसलों में फल ही नही आया है। आपको बता दें कि नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा में मूंग की फ़सल का रकवा इस वर्ष बड़ी संख्या में बढ़ा है। वर्ष 2020-21 में मूंग का कुल रकबा 52.500 हेक्टेयर था जो कि 2021-22 में बढ़कर 58 हजार हेक्टेयर हो गया। किसानों ने नहर का पानी मिलने की घोषणा होते ही मूंग की बोवनी शुरू कर दी थी, परंतु किसानों को सही तरह से मूंग में दो पानी ही मिल पाया एवं अंतिम पानी मिलने से पूर्व नहर बंद होने की घोषणा कर दी गई। भारतीय किसान यूनियन प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पटवारे ने बताया की सिवनी मालवा क्षेत्र में बिजली कटौती बहुत अधिक की गई है। जिसके चलते किसान नहर से तो पहले ही परेशान थे वहीं वे बिजली ना मिलने से स्वयं के साधनों से भी खेतों में पानी नहीं दे पाए और खड़ी फसलों में ट्रैक्टर चलाना पड़ रहा है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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