आशीष दीक्षित, नर्मदापुरम। एक माह में अपने दादा और पिता को खोने के बाद भी हौसला नहीं खोया बल्कि उनका सपना पूरा करने में जुट गई। मां की प्रेरणा से मप्र की महिला फुटबाल टीम का हिस्सा बनी और अब खेलो इंडिया में मप्र फुटबाल टीम में प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
यह कहानी है नर्मदापुरम जिले की फुटबाल खिलाड़ी हर्षाली दहाड़े की। हर्षाली के पिता उमेश दहाड़े पुलिस महकमे में एएसआइ थे। 7 जनवरी 2023 को उनका निधन हो गया।
इस दौरान हर्षाली प्रदेश की टीम में शामिल होने के लिए अभ्यास कर रही थी। पिता की मौत ने हर्षाली को झकझोर कर रख दिया था, लेकिन मां शांति दहाड़े ने बेटी को हौसला रखकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। हर्षाली की मां शांति महाराष्ट्र फुटबाल टीम खिलाड़ी रह चुकी हैं।
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में किया शानदार प्रदर्शन
हर्षाली के दादा का निधन 11 दिसंबर 2022 को हो गया था, 16 दिसंबर को उसे खरगोन में होने वाले खेलो इंडिया के लिए खरगोन में होने वाली राज्य स्तरीय चयन प्रतियोगिता में शामिल होना था। पिता ने उसे प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए भेज दिया। शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए हर्षाली मप्र टीम के लिए चयनित हो गई। हर्षाली नर्मदापुरम में अपने कोच कमल सिंह ठाकुर के निर्देशन में अभ्यास करने में जुट गई।
पिता का करना है सपना पूरा
नर्मदा फुटबाल अकादमी के कोच कमल सिंह ने बताया कि हर्षाली के पिता का सपना था कि बेटी मप्र से खेले और राष्ट्रीय टीम में जगह बनाए। पिता के पास ही सबसे पहले हर्षाली के मप्र टीम में चयन होने की खबर आई थी। 7 जनवरी 2023 को पिता उमेश दहाड़े का निधन हो गया। हर्षाली मायूस हो गई थी और अंदर से टूट चुकी थी। कोच कमल ठाकुर ने बताया कि हर्षाली की मां शांति भी राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी रह चुकी हैं। 19 जनवरी को पिता की रसोई के बाद मां शांति ने हर्षाली को काफी समझाया। पिता के सपने को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। रसोई के अगले ही दिन हर्षाली अपनी टीम में जाकर शामिल हो गई।
एक गोल दादा को दूसरा गोल पिता को किया समर्पित
कोच कमल सिंह ने बताया कि खेलो इंडिया के तहत महिला फुटबाल के मैच बालाघाट में खेले जा रहे हैं। मप्र टीम का पहला मैच अंडमान निकोबार टीम के बीच खेला गया। जिसमें हर्षाली ने मप्र की टीम के लिए दो गोल किए और टीम को जीत दिलाई। हर्षाली ने फोन पर कहा है कि एक गोल दादा जी व दूसरा गोल पिता को समर्पित किया है।
कोरोना संक्रमण के चलते जूनियर इंडिया कैंप में नहीं जा सकी थी
नर्मदापुर की हर्षाली का चयन वर्ष 2022 में जूनियर इंडिया कैंप के लिए हुआ था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते वह इस राष्ट्रीय कैंप का हिस्सा नहीं बन सकी थी। हर्षाली ने अपना खेल जारी रखा और फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करते हुए कोच के मार्गदर्शन में मेहनत करती रही। खेलो इंडिया में शामिल होने वाली नर्मदापुरम जिले की एक मात्र खिलाड़ी हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network