Indore Crime News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बाणगंगा पुलिस ने नाबालिग बच्चों के ऐसे गिरोह को पकड़ा तो महंगी स्पोर्ट्स साइकिलें चुराता था। इस गिरोह से लाखों रुपये कीमती 17 साइकिलें बरामद हुई है। आरोपित खेलते-खेलते साइकिलों पर हाथ साफ कर देते थे। घर वालों ने पूछा तो कहा कि उन्हें नौकरी मिल गई है। साइकिल बेचने वाले सेठ ने व्यापार के लिए दी है।
बाणगंगा टीआइ राजेंद्र सोनी के मुताबिक मृत्युजंय नामक किशोरी की सब्जी मंडी क्षेत्र से स्पोर्ट्स साइकिल चोरी हुई थी। पुलिस किशोर की शिकायत पर चोरों की तलाश कर रही थी। कैमरे और साइकिल तलाशते-तलाशते एसआइ दिनेश त्रिपाठी सुपर कोरिडोर की तरफ गए तो दो किशोर फर्राटे भरते हुए साइकिल से निकले। मृत्युंजय ने उसकी साइकिल पहचान ली। एसआइ किशोर को पकड़ कर थाने ले गए तो उनकी बातों पर शक हुआ। पुलिस को पहले भी साइकिल चोरी की शिकायतें मिली थी।
बच्चों ने बताया कि वह महीनों से साइकिल चुरा रहे हैं। पुलिस ने घर की तलाशी ली तो छत और बरामदे में साइकिलों को ढेर मिल गया। पुलिस ने तीन बच्चों से 17 साइकिलें बरामद कर ली। एसआइ के मुताबिक दो बच्चे तो पढ़ाई करते हैं। पूछताछ में बच्चों के स्वजन ने बताया बच्चे रोज-रोज साइकिल बदलते थे। उन्हें भी उन पर शक हुआ था। एक दिन साइकिलों के बारे में पूछा तो कहा कि उन्हें साइकिल की दुकान पर पार्टटाइम जॉब मिला है। सेठ ने साइकिलें बेचने के लिए कहा है। इस पर सेठ को ज्यादा दाम और उन्हें कमिशन मिलेगा।
बच्चे इतने शातिर थे कि जो साइकिल पुरानी या खराब हो जाती थी उसे रास्ते में ही छोड़ देते थे। इससे स्वजन भी उन पर शक नहीं करते थे। एसआइ के मुताबिक बच्चे नाबालिग थे इसलिए उन्हें नोटिस देकर थाने से रिहाकर दिया गया है।
Posted By: Sameer Deshpande
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