5th 8th Board Exam: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। पांचवीं और आठवीं बोर्ड परीक्षा को लेकर एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से करवाई जाएगी। उसके आधार पर निजी स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए भाषाओं का चयन करना था। कई स्कूलों ने इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं की है। उनका कहना है कि सालभर तक स्कूलों में विद्यार्थियों को अन्य सिलेबस से कक्षाएं लगाई। अब राज्य शिक्षा केंद्र ने एनसीईटीआर से विद्यार्थियों के लिए भाषा का चयन करने पर जोर दिया है। अब भाषा के बारे में विद्यार्थियों को तैयारी करना है। ऐसे में स्कूल से गलत भाषा चयनित होने से विद्यार्थियों को परीक्षा में दिक्कतें आएगी।

बीते दिनों न्यायालय ने पांचवीं-आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के संबंध में आदेश दिया। उसके आधार पर राज्य शिक्षा केंद्र ने एनसीईआरटी से परीक्षा करवाने का फैसला किया। इसे लेकर स्कूलों की परेशानी बढ़ गई, क्योंकि उन्होंने अन्य सिलेबस से विद्यार्थियों की पढ़ाई करवाई है। अभिभावक भी काफी नाराज है। इन दिनों बोर्ड परीक्षा को लेकर तैयारी चल रही है। इस बीच केंद्र ने नया फरमान जारी किया है।

अशासकीय विद्यालयों में कक्षा 5 व 8 में अध्ययनरत छात्रों की प्रथम द्वितीय एवं तृत्तीय भाषा की वार्षिक परीक्षा सत्र 2022-23 एनसीईआरटी ने निर्धारित पाठ्यक्रम एवं पाठ्य-पुस्तकों के आधार पर कराई जाना है। परीक्षा से ठीक दस दिन पहले केंद्र के आदेश ने स्कूलों की परेशानी होने लगी है। अंग्रेजी, हिन्दी और संस्कृत भाषा का चयन करना है। इसके आधार पर विद्यार्थियों की भाषा की परीक्षा है।

15 मार्च तक स्कूलों को प्रक्रिया पूरी करना थी, लेकिन 40 फीसद स्कूलों ने विद्यार्थियों के लिए भाषा का चयन नहीं किया है। मामले में केंद्र के अधिकारियों से चर्चा की है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि एनसीईआरटी के आधार पर विद्यार्थियों की परीक्षा में भाषा का चयन करना है। यह काम विद्यार्थियों से करवाना चाहिए, क्योंकि भाषा आधारित विषयों की परीक्षा विद्यार्थियों को देना है, क्योंकि तैयारियां उन्होंने कर रखी है।

Posted By: Sameer Deshpande

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