Carrier In Sports: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बच्चों पर कभी भी किसी खेल को लेकर तनाव नहीं देना चाहिए। उन्हें अपनी रुचि के अनुसार ही खेल चुनने का मौका देना चाहिए, ताकि वे आगे बढ़ सके। पहले की तुलना में खिलाड़ियों को अब ज्यादा सुविधाएं मिलने लगी हैं। केंद्र और राज्य सरकारों की कई ऐसी योजनाएं हैं, जो खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं दे रही हैं। समय-समय पर खिलाड़ियों के लिए शिविर भी लगाए जाते हैं। पहले विक्रम अवार्ड पाने वालों को सरकारी नौकरी का प्रविधान भी नहीं था, लेकिन अब शासन के प्रयास से उन्हें भी अवसर मिलने लगे हैं।
यह बात मप्र ओलिंपिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम सोनी ने मंगलवार को नईदुनिया के कार्यक्रम में दी। वे खेलों के लिए शासन की योजनाएं और करियर से संबंधित जुड़ी समस्या को लेकर पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि खेलों के प्रति युवाओं का रुझान पहले से कम हो गया। पहले युवा जिस जुनून के साथ खेलों के प्रति समर्पित रहते थे, वह अब कम नजर आता है।
इसके विपरीत छोटे बच्चों में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। कम उम्र में ही बच्चे किसी ओलिंपिक खेल को चुन रहे हैं और उसमें अपना भविष्य तलाश रहे हैं। इसमें बच्चों के पालक भी उनकी मदद कर रहे हैं। वह बच्चों को रोजाना खेल मैदान तक लाने-जाने को भी अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं।
अधिकृत खेल संघ में ही प्रशिक्षण के लिए भेजना चाहिए
सवाल- बेटे को योग में करियर बनाना हो तो आगे क्या करें? -श्वेता काला, नेमिनगर
जवाब- योग करने दें। साथ ही टेबल टेनिस, फुटबाल आदि भी खिलवाएं। योगासन फिटनेस के लिए अच्छा है, लेकिन इसके अतिरिक्त बच्चों की रुचि के अनुरूप एक खेल में आगे बढ़ाना चाहिए।
सवाल- कौन से खेल में बच्चों को आगे बढ़ाना चाहिए? -अनिल मिश्रा, इंदौर
जवाब- बच्चों की जिस भी खेल में रुचि हो, उसे उस खेल को चुनने का मौका देना चाहिए। ओलिंपिक खेलों में बच्चों के भविष्य के लिए अच्छा है। पालकों को जिम्मेदारी निभाते हुए अपने बच्चों को खेलों में आगे बढ़ाना चाहिए।
सवाल- आजकल सभी खेलों में प्रतियोगिता बढ़ गई है। ऐसे में किस खेल में बच्चों को भेजें? -सतीश यादव, सुदामा नगर
जवाब- यदि किसी खेल के लिए बच्चे को भेज रहे हैं तो पहले ध्यान रखें कि वह अधिकृत संस्था है या नहीं। बच्चे की जिस भी खेल में रुचि हो, उसमें आगे बढ़ने दें, लेकिन आप यह ध्यान रखें कि वह ऐसा खेल न हो जिसमें कोई भविष्य ही न हो।
सवाल- यदि कोई बच्चा खेल में अपना करियर बनाना चाहता हो तो क्या करना चाहिए? चैनसिंह, इंदौर
जवाब- यदि बच्चा खेल में रुचि रखता है तो उसे अधिकृत खेलों में आगे बढ़ाने का प्रयास करें। कहीं भी प्रशिक्षण के लिए नहीं भेजना चाहिए। अधिकृत खेल संघ में ही उसे प्रशिक्षण के लिए भेजना चाहिए। इससे वह खेल में अपना बेहतर करियर बना सकता है।
सवाल- मेरी बच्ची आठवीं कक्षा में पढ़ती है। उसे योग में अधिक रुचि है। भविष्य के लिए यह सही है क्या? -मानसी आर्य, भागीरथपुरा
जवाब- योग कर रही है, यह काफी अच्छी बात है। लेकिन बेहतर भविष्य के लिए उसे ओलिंपिक में खेले जाने वाले खेलों में से किसी एक में आगे बढ़ाने का भी प्रयास करें।
सवाल- अमान्यता प्राप्त संस्था के तत्वावधान में खेलने से क्या नुकसान है? -नरेंद्र, गौरी नगर
जवाब- अमान्यता प्राप्त संस्था में खेलने से बच्चों को भविष्य खराब हो जाता है। साथ ही पैसा भी खर्च हो रहा है। हमेशा बच्चों को उन्हीं संस्थाओं में भेजें, जो मान्यता प्राप्त हों।
Posted By: Sameer Deshpande
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