Commissioner System in Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर-भोपाल में एक साल पहले आज ही के दिन (9 दिसंबर) आयुक्त प्रणाली की शुरुआत हुई थी। इसमें पुलिसिंग के लिहाज से काफी कुछ बदला। आइजी योगेश देशमुख को हटा कर हरिनारायणाचारी मिश्र को पुलिस आयुक्त की कमान सौंपी गई। धरना प्रदर्शन की अनुमति, जिलाबदर और धारा 144 के अधिकार आयुक्त को मिल गए। आजाक, महिला और क्राइम ब्रांच सहित 35 थाने नगरीय सीमा में शामिल हो गए। हालांकि, अपराधों में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। हत्या और महिलाओं पर अपराध बढ़ गए। जिलाबदर और 151 के तहत कार्रवाई के अधिकार प्राप्त होने के बाद भी हत्या की तीन घटनाओं में आदतन/ संगठित अपराधियों की संलिप्तता पाई गई। जोन-1 में तो पिछले साल के मुकाबले हत्या की दोगुनी घटनाएं घटी हैं।
बलवा-डकैती जैसी गंभीर घटनाओं पर अंकुश, 60 से ज्यादा दंगे रोक - पुलिस आयुक्त
- नए सिस्टम में काफी बदलाव हुए हैं। पुलिसिंग में कुछ ऐसे प्रयोग हुए जो पहले नहीं हो सके थे। संपत्ति संबंधित अपराधों में काफी कमी आई है।
- महिला संबंधित अपराधों पर भी नियंत्रण करने में सफल हुए हैं। सीमित संसाधन होने के बाद भी बलवा-डकैती जैसी गंभीर घटनाओं पर अंकुश लगाया। सबसे ज्यादा फोकस आमजन की सुनवाई और इंटेलिजेंस को मजबूत करने पर रहा।
- थानों में फीडबैक रजिस्टर रखवाना शुरू किए। थाने आने वाले शिकायतकर्ता पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट हैं या नहीं, इस संबंध में रजिस्टर में एंट्री करवाई गई। 8360 लोगों में से 7743 पुलिस सेवा से संतुष्ट थे।
- नार्को हेल्प लाइन के माध्यम से गली-मोहल्लों में सक्रिय ड्रग माफिया तक पहुंच पाए। 11 माह में 79 तस्करों को पकड़ कर एक करोड़ की ड्रग जब्त की।
- साइबर सेल (क्राइम ब्रांच) ने 11 महीने में लोगों के तीन करोड़ रुपये से ज्यादा ठगों की जेब में जाने से बचाए। पुलिस तकनीकी के क्षेत्र में मजबूत हुई है।
- आमजन की सुविधा के लिए पासपोर्ट, वीजा, नागरिकता, चरित्र सत्यापन, लाइसेंस, एनओजी की प्रक्रिया को सरल बनाया है। इसी वर्ष हमने पासपोर्ट के 44212 प्रकरणों को 12 दिन में निराकृत किया है।
- इंटेलिजेंस 60 से ज्यादा सांप्रदायिक दंगे रोके। कुछ मौकों पर तो इंटेलिजेंस ने ऐन वक्त पर आगजनी और रेल में आग लगाने की साजिश को नाकाम कर दिया।
- (जैसा पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया)
Posted By: Hemraj Yadav
- Font Size
- Close