Corona Third Wave: इंदौर। नईदुनिया प्रतिनिधि। कोरोना संक्रमण की रफ्तार इस बार दोनो लहरों की तुलना में ज्यादा है। बुधवार को तीन से लेकर 15 साल की आयुवर्ग के 60 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले, लेकिन उनमें लक्षण न के बराबर है। ज्यादा बच्चों के संक्रमण के मामले कांटेक्ट ट्रैसिंग में ही सामने आ रहे हैं। कोरोना के लक्षण भले ही बच्चों में न हो, लेकिन उनके उपचार में पालकों को कोताही नहीं बरतना चाहिए। इस माह अभी तक 350 से ज्यादा बच्चे संक्रमित हो चुके है।
पहले यह माना जा रहा था कि तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे, लेकिन फिलहाल बच्चों में संक्रमण के गंभीर असर ज्यादा नहीं दिख रहे है। 1 से लेकर 13 जनवरी तक संक्रमित हुए रोगियों में 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की संख्या भी 30 से 50 प्रतिदिन आ रही है, लेकिन उनके लक्षणों में गंध न आना, बुखार होना शामिल नहीं है।
हल्की सर्दी-जुकाम के बाद बच्चे जांच में संक्रमित आ रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि कोविड प्रोटोकाल का बच्चे ठीक तरह से पालन नहीं कर पाते हैं। वे न तो ठीक से मास्क लगाते हैं और शारीरिक दूरी का ठीक से पालन करते हैं, इसलिए वे कोरोना संक्रमण के वाहक बन रहे हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बच्चों में ज्यादा
अभी जो बच्चे संक्रमित हो रहे हैं, उनका माता-पिता ज्यादा तनाव ले रहे हैंं, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा है, इस कारण संक्रमण उनके लिए हानिकारक नहीं है। माता-पिता भी बीमारी को लेकर बच्चों पर ज्यादा मानसिक दबाव न डालें।
- डाॅ.गुंजन केला, बाल रोग विशेषज्ञ
350 से ज्यादा बच्चे संक्रमित
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे भी संक्रमित हो रहे है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने जैसे हालात नहीं है। सामान्य इलाज से बच्चे ठीक हो रहे है। इस माह अभी तक 350 से ज्यादा बच्चे संक्रमित हो चुके है।
-बीएस सैत्या, मुख्य स्वास्थ्य पदाधिकारी
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay