Jee Mains 2023 इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन के दूसरे चरण की परीक्षा छह अप्रैल से शुरू होने जा रही है। विद्यार्थी इसकी तैयारी में पूरी तरह व्यस्त हैं। पिछले चरण में की गई गलतियां इस बार न हो इसके लिए वे बार-बार प्रश्नों को हल करने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। परीक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जेईई के पहले चरण की परीक्षा जो विद्यार्थी दे चुके हैं उन्हें दूसरे चरण में आसानी होती है। आनलाइन परीक्षा किस तरह से होती है। परीक्षा हाल में क्या माहौल रहता है। किस गति से प्रश्नों को हल करना होता है। टाइम मैनेजमेंट और कई बातों की जानकारी का अनुभव विद्यार्थियों को हो जाता है। वहीं पहली बार जेईई मेन दे रहे विद्यार्थियों को तैयारी के साथ कई और बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है।
परीक्षा के विशेषज्ञ विजित जैन का कहना है कि पिछले सालों में देखने को मिला है कि जिन विद्यार्थियों ने माक टेस्ट पर अच्छी पकड़ बनाई थी और प्रैक्टिस बहुत अच्छी की थी, उन्हें परीक्षा में अच्छे पर्सेंटाइल लाने में मदद मिली है। इस बार भी विद्यार्थियों के पास अब जितना समय बचा है उसमें कम से कम हर दिन एक बार माक टेस्ट जरूर देना चाहिए।
एनसीईआरटी पर ही ध्यान दें
केमिस्ट्री के सभी प्रश्न एनसीईआरटी सिलेबस से पूछे जाते हैं। केमिस्ट्री में इनआर्गेनिक और आर्गेनिक के प्रश्नों की तैयारी पर विद्यार्थियों को जोर देना चाहिए। इसके लिए एनसीईआरटी की किताब का अच्छे से अध्ययन करें। ज्यादातर विद्यार्थियों को प्रिंसिपल आफ कम्युनिकेशन, आप्टिकल इंस्ट्रूमेंट, पोलराइजेशन जैसे विषय बहुत कठिन लगते हैं। इनका काफी अभ्यास करना पड़ता है। इसके लिए भी जरूरी है कि एनसीईआरटी पर ही पूरा ध्यान केंद्रित करके प्रश्नों को हल करने की प्रैक्टिस करते रहें। गणित विषय की बात करें तो इसके लिए अगर विद्यार्थी रोजाना सवा घंटे अलग से समय निकालकर टेस्ट देते हैं और टेस्ट के बाद आए परिणाम का बारीकी से एनालिसिस करते हैं तो इससे काफी फायदा मिलेगा।
एनटीए के पोर्टल पर मौजूद हैं 100 से ज्यादा पेपर
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के पोर्टल पर 100 से ज्यादा पेपर उपलब्ध हैं। इसके अलावा पहले चरण की जेईई परीक्षा के भी 12 पेपर उपलब्ध हैं। इसकी प्रैक्टिस भी विद्यार्थियों के लिए लाभदायक रहेगी। इंटरनेट पर पिछले कई वर्षों के जेईई मेन के प्रश्नों को देखा जा सकता है। हालांकि अब परीक्षा में समय कम है। ऐसे में विद्यार्थियों को यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि उन्हें क्या और कितना पढ़ना है यह तय रहे। विभिन्न स्रोतों पर जाकर जानकारी को तलाशने में काफी समय खराब हो सकता है इसलिए विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार पढ़ाई जारी रखें।
रात में पढ़ने की आदत न बनाएं
जेईई मेन की परीक्षा सुबह और दोपहर के समय में होती है। ऐसे में कई विद्यार्थियों को दिन में परीक्षा देने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। चूंकि कई विद्यार्थियों की आदत रात में पढ़ना और दिन में सोना होती है इससे परीक्षा में परेशानी आती है। विद्यार्थी अभी से परीक्षा के समय अनुसार अपनी आदतों में बदलाव कर लें। रात में पढ़ने से बचें। दिन में न सोएं। कई विद्यार्थियों को एकांत में परीक्षा देना अच्छा लगता है, लेकिन कई बार परीक्षा हाल में ऐसा नहीं होता। विद्यार्थी इसके लिए दिमागी रूप से तैयार रहें।
Posted By: Sameer Deshpande
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