
DAVV Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। पेंशन-वेतनवृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशभर के विश्वविद्यालय में कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में भी कर्मचारियों ने आधे दिन काम बंद रखा। इसके चलते परीक्षा-रिजल्ट का काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। माइग्रेशन-ट्रांसक्रिप्ट, डिग्री व डुप्लीकेट मार्कशीट भी अटक गई है। सोमवार से कर्मचारियों ने आधे दिन की हड़ताल रखी है। विद्यार्थी परेशान होने लगे हैं। अधिकारी भी छात्रों से जुड़ी समस्या का समाधान नहीं कर रहे हैं। उधर, कर्मचारियों के समर्थन में कुछ शिक्षक भी उतर आए हैं।
15 दिन से कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है। बीते सप्ताह से कर्मचारी आधे दिन का काम बंद रख रहे हैं। विश्वविद्यालय के नालंदा परिसर में सोमवार को कर्मचारी नेताओं ने सभा रखी। मांगे नहीं माने जाने को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान विद्यार्थियों को परेशानी उठाना पड़ी, क्योंकि माइग्रेशन, ट्रांसक्रिप्ट और डिग्री नहीं मिली। छात्राएं अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाने लगी, लेकिन इन्हें दस्तावेज जारी नहीं किए जा सके। इन दिनों विद्यार्थियों को स्नातक-स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना है। दस्तावेज नहीं मिलने से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होने में समय लगा रहा है। मामले में कुछ विद्यार्थी वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिले। पर इनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका।
वहीं कर्मचारियों के समर्थन में पूर्व रेक्टर डा.अशोक शर्मा, डा. सखाराम मुजाल्दा, मध्य प्रदेश तकनीकी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विवेक अखंड, पूर्व कुलसचिव सीपी मोदी पहुंच गए। वहीं, भोपाल में विश्वविद्यालय के कुलपतियों की स्थाई समिति की बैठक राजभवन में रखी गई। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष चेनसिंह यादव, महासंघ प्रवक्ता महेंद्र श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए 2 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कही।