
DAVV Indore: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एकेडमिक बैंक क्रेडिट (एबीसी) में एनईपी स्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के पंजीयन की प्रक्रिया काफी धीमी है। 25 दिन बीतने के बावजूद आठ हजार छात्र-छात्राओं का एबीसी आइडी बन पाया है। इतने ही विद्यार्थियों ने अंतिम वर्ष की परीक्षा के लिए आवेदन किया है।
अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की चिंताएं बढ़ने लगी हैं, क्योंकि उसने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मार्च में परीक्षा कराने की योजना बनाई है। मगर आवेदन कम होने से विश्वविद्यालय को परीक्षा शेड्यूल कुछ दिनों के लिए आगे बढ़ाना पड़ रहा है। पहले जहां एक मार्च से पेपर शुरू होने वाले थे, वो अब मार्च के दूसरे सप्ताह से रखे जाएंगे। हालांकि विश्वविद्यालय ने कालेजों को फटकार लगाई है और विद्यार्थियों का तुरंत एबीसी में रजिस्ट्रेशन करवाने के निर्देश दिए हैं।
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लोकसभा चुनाव की वजह से विश्वविद्यालय ने अप्रैल में होने वाली बीए, बीकाम, बीएससी सहित स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा एक महीने पहले करवाने का निर्णय लिया। 15 फरवरी तक परीक्षा फार्म जमा करना थे। इसके बाद आवेदन देने वाले विद्यार्थियों को अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है। मगर विश्वविद्यालय के दायरे में आने वाले 270 कालेजों को छात्र-छात्राओं को पंजीयन करवाने को कहा गया। मगर 65 हजार में से आठ हजार छात्र-छात्राओं ने अपनी एबीसी में आइडी बनाई है। उसके आधार पर परीक्षा फार्म भी जमा कर दिए है।
कम विद्यार्थियों का पंजीयन होने से विश्वविद्यालय को एक मार्च के बजाए परीक्षा को आगे बढ़ाना पड़ गया है। साथ ही टाइम टेबल भी रोक दिया है। कई विभागों को दोबारा परीक्षा का शेड्यूल बना पड़ रहा है। फिलहाल परीक्षा विभाग ने तारीख नहीं तय की है। परीक्षा विभाग की डिप्टी रजिस्ट्रार रचना ठाकुर का कहना है कि परीक्षा को थोड़ा आगे बढ़ाया है। दस मार्च के बाद पेपर शुरू होंगे। अगले तीन से चार दिन में टाइम टेबल घोषित किया जाएगा। एबीसी में आइडी बनने वाले ही आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए कालेजों को विद्यार्थियों का पंजीयन जल्द से जल्द करवाने को कहा है।