
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। अपराध शाखा ने बेटिंग एप मामले में फरार दो आरोपितों को झांसी (यूपी) से पकड़ा है। आरोपित डिब्बा कारोबार संचालित कर रहे थे। आरोपितों को छोड़ने के लिए पुलिस अफसरों ने खूब दबाव बनाया। लैपटाप और मोबाइल जब्ती भी रोकने का प्रयास किया।
डीसीपी (अपराध) राजेश कुमार त्रिपाठी के अनुसार, पुलिस ने 4 मार्च को उषागंज (छावनी) में छापा मारकर आरोपित हिमांशु खंडेलवाल, रवींद्र गौतम, विवेक कुमार, अमित कुमार मंडल, कृष्णा कुमार, कन्हैया पांडे, निखिल खंडेलवाल, लक्की चौहान उर्फ अभिजीत, राकेश जैन और विकास बंसल को गिरफ्तार किया था। आरोपी दूसरी मंजिल स्थित फ्लैट में बैठकर बेटिंग एप वरुण ऑनलाइन हब के माध्यम से ऑनलाइन सट्टे का व्यवसाय कर रहे थे।
आरोपितों ने सैकड़ों लोगों को आइडी बनाकर दे दी थी। मौके से 29 मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटाप, चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, साढ़े छह लाख कैश और कार जब्त की। पुलिस ने फरार आरोपी हर्षवर्धन अग्रवाल उर्फ हैप्पी और विकास साहू को दबिश देकर पकड़ा। पुलिस को दोनों आरोपितों की झांसी की लोकेशन मिली थी। छापा मारा तो डिब्बा कारोबार करते हुए मिले।
दबिश से अफसर और नेताओं में हड़कंप मच गया और छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने पूछताछ की और जब्त सामान कोतवाली (झांसी) पुलिस के सुपुर्द करवा दिया। पुलिस अफसरों ने तो आरोपितों को थाने से जमानत देने की पैरवी भी की।
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