इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर जिले सहित आसपास के ग्रामीण अंचल में मध्य प्रदेश विद्युत कंपनी अघोषित रूप से विद्युत कटौती कर रही है। विद्युत कंपनी द्रारा ग्रामीण क्षेत्र में 10 घंटे कृषि सिंचाई के लिए बिजली दी जा रही थी, वह भी बंद कर दी गई है। अब केवल तीन से चार घंटे बिजली मिल रही है, जबकि कई किसानों के खेतों में प्याज, लहसुन और अन्य सब्जियों की खेती हो रही है। इनमें सिंचाई किया जाना बहुत जरूरी है। गर्मी के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आवश्यकता है।

विद्युत कंपनी द्वारा सिंचाई के लिए बिजली चार घंटे रात में ही दी जा रही हैं। इससे गर्मी की फसलों में किसान पानी नहीं दे पा रहे। संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव ने बताया कि अधिकारियों से जब इस तरह की कटौती के बारे में पूछते हैं, तो गोलमाल जवाब दिया जा रहा है। भोपाल से शेड्यूल बन कर भेजने का हवाला देते हैं। मोर्चा ने मध्य प्रदेश पश्चिमी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक से मांग की है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि सिंचाई के लिए कम से कम 10 घंटे अनवरत बिजली दी जाए। अन्यथा किसानों को मजबूरन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा ।

कटाई के कारण दिन में बिजली बंद

जिले में गेहूं की फसल की कटाई चलने के कारण विद्युत कंपनी द्वारा दिन के समय बिजली की सप्लाई नहीं की जा रही। क्योंकि दिन में गर्मी और हवा के कारण फाल्ट होने का अंदेशा रहता है। ऐसे में गेहूं की खड़ी फसलों में आगजनी की घटनाएं हो सकती हैं। इसे रोकने के लिए खेतों की बिजली दिन में बंद कर दी जाती है। किसानों को रात्रि में बिजली की सप्लाई दी जा रही है, लेकिन कुछ ही घंटे के लिए दी जा रही है। इसे लगातार 10 घंटे किया जाए।

Posted By: Hemraj Yadav

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