इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। राज्यपाल व कुलाधिपति मंगूभाई पटेल का एक साल का कार्यकाल आठ जुलाई को पूरा होगा। इस मौके पर राजभवन ने प्रदेशभर के विश्वविद्यालय में पौधारोपण को लेकर निर्देश दिए है। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में भी पौधे लगाए जाएंगे। सोमवार को कुलपति डा. रेणु जैन ने पहले सभी विभागाध्यक्षों और निदेशकों की बैठक बुलाई। जहां उन्होंने प्रत्येक विभाग में पौधे रोपने पर जोर दिया है।
अधिकारियों के मुताबिक प्रत्येक विभाग में दुलर्भ प्रजातियों के 100-100 पौधे लगाना है। इनकी सुरक्षा के लिए तार फैंसिंग की जाएगी। पौधारोपण स्थल के बारे में 11 जुलाई तक राजभवन को जानकारी भेजना है। कुलसचिव अनिल शर्मा के मुताबिक पौधारोपण का कार्य नगर निगम व वन विभाग की मदद से पूरा करना है। वे बताते है कि पौधो लगाने की जिम्मेदारी प्रत्येक विभाग के शिक्षकों को लेना है। सालभर उनकी देखरेख की जाना है।
मानपुर में सबसे बड़ा पौधारोपण

कोरोना की वजह से इंदौर वनमंडल में आने वाले जंगलों में दो साल से पौधे नहीं रोपे गए। वन विभाग ने इस बार करीब दस लाख पौधे इंदौर, चोरल, महू और मानपुर में लगाने का फैसला किया है, जिसमें मानपुर में सबसे बड़ा पौधारोपण कार्यक्रम होगा। लगभग 100 हैक्टेयर में एक लाख 20 हजार पौधे रोपने का काम चल रहा है। यह अगले दस दिन में पूरा हो जाएगा। यहां सागवान, अंजन, शीशम, बरगद, आम, जाम, नीम, बबूल, महूआ, अंबला सहित अन्य प्रजातियों को पौधे शामिल है। इंदौर में एक लाख, चोरल में दो लाख और महू में ढ़ाई लाख पौधे रोपे जाना है।
डीएफओ नरेंद्र पंडवा का कहना है कि पौधे लगाने के लिए गड्ढे खोदाई और मिट्ठी-खाद डालने का काम अप्रैल-मई में हो चुका था। इनकी निगरानी की जिम्मेदारी डिप्टी रेंजर, वनरक्षक और चौकीदार को दी है। अधिकारियों को हर पंद्रह दिन में पौधारोपण स्थल का दौरा करना है।
Posted By: Sameer Deshpande
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