इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर के हृदय स्थल राजवाड़ा पर एक बार फिर संस्कृति, देशभक्ति, संस्कार और स्वाभिमान की रंगत नजर आई। मराठा शासकों की शौर्यगाथा और उनकी जय-जयकार से एक बार फिर यह क्षेत्र गूंज उठा। यहां ढोल-नगाड़े की थाप भी थी और पताकाओं की रंगत भी।
सिंदखेड़ राजा से 400 किलोमीटर पैदल यात्रा कर जो स्वराज स्वाभिमान यात्रा शुक्रवार को इंदौर आई, उसका यहां के लोगों ने भव्य स्वागत किया। छत्रपति शिवाजी महाराज की मां जीजामाता की जन्मस्थली से कलश में मिट्टी लिए महिलाओं का जो दल पैदल यात्रा कर इंदौर आया, उसका हजारों लोगों ने स्वागत किया। राजवाड़ा से सुबह पथ संचलन निकला जो जीजाऊ चौक (नंदानगर) पहुंचा। इस शोभायात्रा में महिलाएं पारंपरिक मराठी परिधान पहन कर शामिल हुईं।
पूजन के बाद विभिन्न मार्गों से निकली यात्रा
सिंदखेड़ राजा से लाए गए कलश व माटी की परंपरा अनुसार प्राचीन मल्हारी मार्तंड मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर होलकर राजवंश के वंशज यशवंतराव होलकर तृतीय, महादेवानंद भारती स्वामी, परमानंद स्वामी, अण्णा महाराज, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक आकाश विजयवर्गीय, गौरव रणदिवे व स्वाति युवराज काशिद विशेष रूप से शामिल थे। पूजन के बाद नगर भ्रमण का सिलसिला शुरू हुआ और यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई निकली।
29 जनवरी को होगा प्रतिमा का अनावरण
सर्व मराठी भाषी संघ की अध्यक्ष स्वाति युवराज काशिद ने बताया कि यह यात्रा 12 जनवरी से शुरू हुई थी और इसे स्वराज स्वाभिमान यात्रा नाम दिया गया था। 29 जनवरी को राजामाता जीजाऊ की प्रतिमा का अनावरण होगा।अनावरण अवसर के मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला, पार्षद चंदूराव शिंदे, महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी, अण्णा महाराज, छत्रपति शिवाजी महाराज के 13वें वंशज छत्रपति संभाजी महाराज, राजमाता जीजाऊ के वंशज शिवाजी दतात्रय राजेजाधव, तंजावर महाराज शिवाजी राजे भोंसले, यशवंतराव होलकर, करणसिंह पंवार धार और देवास महाराज युवराज विक्रम पंवार होंगे।
Posted By: Hemraj Yadav
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