इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर के खालसा कालेज मैदान पर आज टी-20 (ब्लाइंड) विश्व कप में भारत और आस्ट्रेलिया का मुकाबला हो रहा है। भारत ने टास जीतकर फील्डिंग चुनी थी। आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 144 रन बनाए। इसके बाद भारत ने बल्लेबाजी की और 145 रन बनाकर मैच जीत लिया।
दोनों टीमें शुक्रवार शाम इंदौर पहुंच गई थीं। व्यस्त कार्यक्रम के कारण इन्हें अभ्यास का समय नहीं मिला था। मैच के तुरंत बाद भारतीय टीम कोच्चि रवाना होगी, जबकि आस्ट्रेलिया की टीम मुंबई मैच खेलने जाएगी। मैच शुरू होने से पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया।
भारतीय खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया।
आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया।
भारतीय टीम में मप्र के सोनू भी शामिल - भारतीय टीम में मध्य प्रदेश से एकमात्र खिलाड़ी सोनू गोलकर शामिल हैं। सोनू मूलत: खंडवा के हैं और इंदौर व भोपाल में रहे हैं। वे बताते हैं कि पिछले दो विश्व कप की तरह इस बार भी भारतीय टीम ही जीतेगी।
तीसरा टी-20 क्रिकेट विश्व कप खेला जा रहा - 2017 में भारत और इंग्लैंड के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में टी-20 विश्व कप का मैच हुआ था। यह मैच भारत ने जीता था। इसके पहले दोनों विश्व कप भारत ने ही जीते हैं और यह भारत में ही हुए थे।
तीन वर्ग के खिलाड़ी शामिल
- दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम में तीन वर्ग में खिलाड़ी शामिल होते हैं। इन वर्गों का निर्धारण देखने की क्षमता से तय होता है।
- बी-1 - चार खिलाड़ी होते हैं। यह पूरी तरह दृष्टिबाधित होते हैं।
- बी-2 - कम से कम तीन खिलाड़ी होते हैं। यह अधिकतम तीन मीटर तक देख सकते हैं।
- बी-3 - चार खिलाड़ी होते हैं। ये अधिकतम छह मीटर तक देख सकते हैं।
नियम भी कुछ अलग
- मैदान 45 से 55 यार्ड के बीच का होता है। हालांकि, विकेट सामान्य क्रिकेट मैच की तरह ही होता है।
- प्लास्टिक की गेंद में छर्रे होते हैं, जिससे वह आवाज करती है।
- अंपायर चौके, छक्के का इशारा करने के साथ ही बोलकर भी बताते हैं।
Posted By: Hemraj Yadav
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