Indore Court News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर में 25 जनवरी को बड़वाली क्षेत्र में धरना प्रदर्शन के दौरान भीड़ से सर तन से जुदा...का नारा लगवाने वाले आरोपित तौसिफ शेख पुत्र अब्दुल रऊफ को सत्र न्यायालय से जमानत नहीं मिली। कोर्ट ने यह कहते हुए उसका जमानत आवेदन निरस्त कर दिया कि उसके कृत्य से उसकी देशद्रोही मानसिकता परिलक्षित होती है। ऐसे लोग न सिर्फ समाज, बल्कि देश के लिए भी खतरा हैं।
थाना सदर बाजार पुलिस को 25 जनवरी शाम करीब 4.30 बजे सूचना मिली थी कि बड़वाली चौकी पर मुस्लिम समाज के कुछ लोग जमा होकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। वहां नीली टोपी लगाए एक युवक दूसरे समुदाय के बीच शत्रुता, घृणा और वैमनस्य की भावना फैलाने के उद्देश्य से भीड़ से गुस्ताख ए नबी की एक सजा....सर तन से जुदा...सर तन से जुदा का नारा लगवा रहा था। आरोपित के खिलाफ धारा 505, 295 ए, 153ए, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
जमानत दी तो दंगा-फसाद की कोशिश करेगा
29 जनवरी 2023 को पुलिस ने आरोपित तौसिफ शेख को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद से वह जेल में है। उसने शुक्रवार को सत्र न्यायालय में जमानत के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। एजीपी अभिजीतसिंह राठौर ने अभियोजन की तरफ से पैरवी की। आपत्तिकर्ताओं ने कोर्ट को बताया कि आरोपित द्वारा दो समुदाय के बीच शत्रुता, घृणा और वैमनस्य की भावना फैलाई जा रही थी। सार्वजनिक स्थान पर आपत्तिजनक नारे लगवाए जा रहे थे। उसे जमानत का लाभ दिया गया तो उसके द्वारा शहर में दंगा-फसाद किए जाने का प्रयास किया जाएगा और जमानत पर रिहा होने पर उसके फरार होने की प्रबल आशंका है। तर्क सुनने के बाद न्यायाधीश सुरेखा मिश्रा ने जमानत आवेदन निरस्त कर दिया।
आरोपित की देशद्रोही मानसिकता परिलक्षित
पांच पेज के आदेश में कोर्ट ने कहा कि यह बात सही है कि केस डायरी के साथ संलग्न वीडियो फुटेज देखने पर साफ है कि जिस वक्त नारे लगाए जा रहे थे, उस वक्त वहां छोटी उम्र के बच्चे और नवयुवक भी मौजूद थे। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। कोई भी नागरिक देश से बड़ा नहीं है। आरोपित ने जिस तरह से नारे लगवाकर दूसरे धर्म के प्रति हिंसा और घृणा फैलाए जाने का प्रयास किया है, उससे उसकी देशद्रोही मानसिकता परिलक्षित होती है। उसके द्वारा बच्चों और नवयुवकों को, जो कि देश का भविष्य हैं, को अपराध में शामिल करने का प्रयास किया गया है। ऐसा व्यक्ति न केवल समाज के लिए बल्कि देश के लिए भी खतरा है।
उन्माद फैलाने बड़वाली चौकी से गए थे खजराना
इंदौर। फिजा बिगाड़ने की साजिश में बड़वाली चौकी (सदर बाजार) के लोग ही शामिल थे। मल्हारगंज, जिंसी और बड़वाली चौकी क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने ही इंदौर के विभिन्न हिस्सों में भीड़ एकत्र की थी। बड़वाली चौकी क्षेत्र की एक महिला की भी अहम भूमिका निकली है। एसीपी जयंत राठौर के मुताबिक, पुलिस मुशरान उर्फ फुरकान, इरफान खान, बिलाल अजीज, शेख हफीज, काशिफ मिर्जा, अजहरुद्दीन, मुख्तियार, लक्की एहमद, आसिफ खान, युनूस मेव को गिरफ्तार कर चुकी है। कादिर खोकर, जुनैद और एक महिला की पहचान हुई है जो फरार हैं। महिला बड़वाली चौकी क्षेत्र की होना पाई गई है और वह भीड़ की अगवाई कर रही थी। इस महिला ने भीड़ को उकसाने का काम किया था। पुलिस अब उसकी तलाश में जुटी है।
Posted By: Hemraj Yadav
- Font Size
- Close