Indore Crime News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नायब तहसीलदार और बाबू की नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले नकली एसडीएम मुकेशसिंह राजपूत को इंदौर क्राइम ब्रांच ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपित से फोन जब्त कर लिया, लेकिन फर्जी दस्तावेज और गाड़ी जब्त होना शेष है।

डीसीपी (अपराध) निमिष अग्रवाल के मुताबिक, मुकेश राजपूत के खिलाफ हिमांशु जैन की शिकायत पर केस दर्ज किया था। आरोपित हिमांशु की मौसी को कलेक्टोरेट में बाबू और उसके बेटे शशांक को नायब तहसीलदार की नौकरी लगाने का झांसा दे रहा था। वह उनसे ढाई लाख और हिमांशु से प्लाट के नाम पर दो लाख तीस हजार रुपये ले चुका था। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद 12 पीड़ितों ने क्राइम ब्रांच से संपर्क किया है, जिनसे मुकेश ने लाखों रुपये ले लिए।

कार पर लगाता था मानव अधिकार आयोग की नेमप्लेट

डीसीपी के मुताबिक, मूलत: होशंगाबाद का रहने वाला मुकेश स्वयं को निलंबित एसडीएम बताता था। वह बोलता था कि फिलहाल मानव अधिकार आयोग भोपाल में पदस्थ है। एक नायब तहसीलदार को चांटा मारने के कारण उसे निलंबित होना पड़ा था। आरोपित ने अन्य लोगों से भी इसी तरह झांसेबाजी की और लाखों रुपये ले लिए। पुलिस के मुताबिक, उसके पास एक स्कार्पियो कार है, जिस पर लाल बत्ती लगी थी और मानव अधिकार आयोग की नेमप्लेट लगाता था।

Posted By: Hemraj Yadav

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