Indore Crime News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्राचार्य विमुक्ता शर्मा को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने वाले आरोपित आशुतोष श्रीवास्तव को सिमरोल थाना पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया। अस्पताल में उपचार करवा रहे आशुतोष को पुलिस गुरुवार दोपहर पूछताछ करने थाने ले गई। प्राचार्य अभी भी सांसों के लिए संघर्ष कर रही है।उन्हें वेंटिलेटर से एक्सट्रीम सपोर्ट सिस्टम पर शिफ्ट करना पड़ा है।

आनंद नगर निवासी 55 वर्षीय विमुक्ता के स्वास्थ्य में चौथे दिन भी सुधार नहीं है। गुरुवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव हालचाल जानने पहुंचे। स्वजन भावुक हो गए और फूट-फूटकर रोने लगे। रुंधे गले से विमुक्ता की मां ने कहा कि बेटी हीरा है। पूरे परिवार को उन पर गर्व है। उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि चार बार शिकायत करने पर भी पुलिस ने गौर नहीं किया। प्रोफेसर विजय पटेल को चाकू मारने के बाद एफआइआर लिखी गई। महापौर ने कहा कि न्याय के लिए उनके साथ खड़े हैं। थोड़ी देर बाद आइजी (ग्रामीण) राकेश गुप्ता और एसपी( ग्रामीण) भगवतसिंह बिरदे भी अस्पताल पहुंचे। एसपी ने जांच में लापरवाही करने वाले एएसआइ संजीव तिवारी को निलंबित कर दिया।

700 रुपये का पेट्रोल और 50 की बाल्टी खरीदी

गुरुवार दोपहर को सिमरोल पुलिस आशुतोष पुत्र संतोष श्रीवास्तव को एमवाय अस्पताल से थाने ले गई। शाम को उससे एडिशनल एसपी शशिकांत कनकने ने पूछताछ की। आरोपित पहले गुमराह करता रहा। कहा कि वह तो खुद आत्मदाह करने कालेज आया था, लेकिन बाद में टूट गया और कहा कि प्रो. विजय पटेल से समझौता न करवाने पर प्राचार्य को जलाया है। वह कई दिनों पूर्व मन बना चुका था। उसने खंडवा रोड़ स्थित पेट्रोल पंप से 700 रुपये का पेट्रोल लिया था। तेजाजी नगर से 50 रुपये की बाल्टी ली और परिसर में ही पेट्रोल निकाला। टीआइ आरएनएस भदौरिया के मुताबिक, आरोपित का फोन अभी तक नहीं मिला है। उसके कथनों की तस्दीक की जा रही है। घटना में किसी अन्य की संलिप्तता मिली तो उसे भी आरोपित बनाया जाएगा।

प्राचार्य के शिकायती आवेदन दबाकर बैठा था एएसआइ

स्वजन ने पुलिस को वे शिकायती आवेदन बताए जो प्राचार्य विमुक्ता शर्मा ने सिमरोल थाने पर भेजे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस सख्ती करती तो घटना घटित ही नहीं होती। प्राचार्य लिखित में शिकायतें कर रही हैं। एसपी ने कहा कि आवेदन फरवरी और सितंबर माह में आए थे। अक्टूबर में पुलिस ने चाकूबाजी के आरोप में छात्र को गिरफ्तार कर लिया। शाम को उन्होंने आवेदन पत्रों की जानकारी मांगी और जांच करने वाले एएसआइ संजीव तिवारी को निलंबित कर दिया।

Posted By: Hemraj Yadav

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