Indore Metro Rail: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मिनी मेट्रो इंदौर में मेट्रो ट्रेन का काम अब उसी तेजी से चल रहा है, जिस तेजी से यह शहर हर काम में दौड़ता है। लंबे ट्रैक का काफी कुछ हिस्सा तैयार होने के बाद अब उस लैंडिंग-वे के 17 पिलर भी तैयार हो चुके हैं, जो मेट्रो ट्रेन को डिपो और शहर में बिछी पटरियों के बीच लाने-ले जाने में काम आएगा। मेट्रो का काम जिस रफ्तार से चल रहा है, उसे देख लगता है कि इस वर्ष के मध्य में जो डेडलाइन तय की गई है, तब तक इंदौर को अपनी पहली मेट्रो ट्रेन को ट्रैक पर दौड़ते देखने का आनंद मिल सकेगा।
वैसे तो इंदौर में मेट्रो दिनभर अपने ट्रैक पर दौड़ेगी, लेकिन रात्रि में जब उसे विश्राम करना होगा तो वह उस विशाल डिपो में आराम फरमाएगी, जो इन दिनों गांधी नगर में तैयार हो रहा है। यह डिपो ही मेट्रो ट्रेन की आरामगाह होगी। इसे 75 एकड़ में तैयार किया जा रहा है। यहां इतनी रफ्तार से काम चल रहा है कि अब तो डिपो में पटरी बिछाने का काम भी शुरू हो गया है।
जैसे विमान का रनवे, वैसा मेट्रो का लैंडिंग वे
गांधी नगर स्टेशन से डिपो में ट्रेन लाने-ले जाने के लिए लैंडिंग वे भी बन रहा है। इसके लिए 17 विराट पिलर तैयार हो चुके हैं। लैंडिंग वे को हम इस तरह समझ सकते हैं कि जैसे विमान को टेक आफ और लैंडिंग के लिए रनवे की आवश्यकता होती है, उसी तरह मेट्रो ट्रेन को अपने ट्रैक से डिपो में आने के लिए लैंडिंग वे की आवश्यकता होगी। दिनभर इंदौरवासियों को एक से दूसरी जगह पहुंचाने के बाद जब रात को मेट्रो ट्रेन थक जाएगी, तब इसी लैंडिंग वे से होते हुए डिपो तक जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन से ट्रेन को डिपो में लाने के लिए एक ढलान वाला पुल बनेगा, जिसमें 17 पिलर होंगे। इसे ही लैंडिंग वे कहा जाएगा। यहां सभी पिलर की पाइलिंग का काम हो गया है। ट्रेन कोच की डिलीवरी शुरू होने के पहले इसे पूरा करना है। इसके बाद ही ट्रायल रन हो सकेगा।
चलेंगी तीन कोच की 25 ट्रेनें
मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारियों के अनुसार, 31.5 किमी के मेट्रो ट्रेन कारिडोर के लिए तीन कोच वाली 25 ट्रेनें मंगवाई जा रही हैं। फ्रांस की कंपनी ने गुजरात के वडोदरा में इनका निर्माण शुरू कर दिया है। गांधीनगर डिपो में इन ट्रेनों के रखरखाव की व्यवस्था की जा रही है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से पटरियां भी आ गई हैं। अगस्त या सितंबर में ट्रायल रन होना संभावित है। उल्लेखनीय है कि गांधीनगर स्टेशन इंदौर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण स्टेशन होगा। यहां तीन लाइन होंगी, जिनमें से दो से ट्रेन अपने रूट पर जाएंगी, जबकि तीसरी लाइन से ट्रेन डिपो में आएगी जाएगी।
मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- 17.5 किलोमीटर का पहला चरण
- 31.5 किलोमीटर का मेट्रो कारिडोर
- 5.9 किलोमीटर का प्रायोरिटी कारिडोर, जहां होगा मेट्रो का ट्रायल
- 441 पाई गर्डर लगेंगी एक मेट्रो स्टेशन पर
- गांधी नगर स्टेशन में दूसरे फ्लोर से मिलेगी ट्रेन
- 500 करोड़ से अधिक लग रहे डिपो के निर्माण में
- 29 मेट्रो स्टेशन बनेगे इंदौर में
- एक स्टेशन की लागत करीब 58 करोड़ रुपये
- हर स्टेशन की लम्बाई 150 मीटर और चौड़ाई 24 मीटर रहेगी
डिपो में चल रहे ये काम
- मेट्रो की पटरी बिछाने का काम
- कंट्रोल रूम
- बिजली सब स्टेशन
- मेट्रो लाइन
- मेट्रो इंस्पेक्शन वे
Posted By: Hemraj Yadav
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