Indore News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बीते साल 2022 में इंदौर ने देहदान के मामले में नया रिकार्ड बनाया है। पूरे साल में इंदौर में 50 देहदान हुए। कभी इंदौर के मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों को ही प्रैक्टिकल के लिए बाडी नहीं मिलती थी। अब इंदौर के देहदानियों की बदौलत स्थिति यह है कि प्रदेश के 10 मेडिकल कालेजों में इंदौर से ही देह भेजी जा रही है।
चार दिन पहले न्यू पलासिया निवासी सरोज जैन (80) के निधन के बाद परिवार ने उनकी देह दान की है। उन्होंने काफी समय पहले संकल्प पत्र भरा था। उनकी देह रामाकृष्ण आयुर्वेदिक कालेज (भोपाल) को भेजी गई है। इससे पहले साल 2022 में एमजीएम मेडिकल कालेज इंदौर को छह, अष्टांग आयुर्वेदिक कालेज (इंदौर) को पांच, भोपाल मेडिकल कालेज को चार, अरबिंदो मेडिकल कालेज को 10, जबलपुर मेडिकल कालेज को पांच, खंडवा मेडिकल कालेज को चार, उज्जैन मेडिकल कालेज को चार, रतलाम मेडिकल कालेज को दो देह भेज गई है। कुछ अन्य कालेजों के नाम भी इसमें शामिल हैं।
महंगी रोबोटिक सर्जरी अरबिंदो अस्पताल में की जा रही निश्शुल्क
इंदौर। श्री अरबिंदो अस्पताल द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर, जरूरतमंद मरीजों के घुटनों के रोबोटिक आपरेशन निश्शुल्क किए गए हैं। इनमें से अधिकांश मरीज का रिकवरी टाइम महज एक दिन रहा है और उन्हें पर्याप्त स्वास्थ्य लाभ के बाद चार-पांच दिनों में डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। 74 वर्षीय धूलजी पांडे करीब पांच वर्षों से घुटने के दर्द से पीड़ित थे। डेढ़ घंटे के आपरेशन के दौरान डा. प्रदीप चौधरी का साथ डा. मोहित महोबिया और डा. उत्कर्ष गोयल ने दिया। रोबोटिक सर्जरी द्वारा घुटने का आपरेशन आयुष्मान योजना में शामिल नहीं है। 56 वर्षीय चंद्रकला भी 15 सालों से घुटनों में भीषण दर्द से परेशान थी। उनका आपरेशन मुख्यमंत्री कोष से किया गया।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने किया था लोकार्पण
उल्लेखनीय है कि श्री अरबिंदो अस्पताल में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा हाल ही में अत्याधुनिक समग्र आटोमेटिक रोबोटिक सिस्टम का लोकार्पण किया गया था। निदेशक डा. महक भंडारी़, श्री अरबिंदो विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डा. मंजूश्री भंडारी और फाउंडर चेयरमैन डा. विनोद भंडारी ने बताया कि अस्पताल में अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। हमने 50 शुरुआती आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज निश्शुल्क करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
Posted By: Hemraj Yadav
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