Indore Railway Station: बरलई-मांगलिया के बीच दोहरीकरण के लिए 16 दिन का ब्लाक शुरू
Indore Railway Station: सीआरएस नए ट्रेक का परीक्षण कर देंगे ट्रेन संचालन की अनुमति।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Sat, 16 Dec 2023 10:13:25 AM (IST)
Updated Date: Sat, 16 Dec 2023 10:13:25 AM (IST)
बरलई-मांगलिया के बीच दोहरीकरण के लिए 16 दिन का ब्लाक शुरूHighLights
- इंदौर-देवास-उज्जैन रेल खंड में बरलई से मांगलिया तक दोहरीकरण कार्य के लिए पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल द्वारा ब्लाक लिया गया है।
- 16 दिन के ब्लाक में पटरी जोड़ने, इलेक्ट्रिशियन, सिग्नल जैसे कार्य किए जाएंगे।
- इंदौर-देवास-उज्जैन रूट से चलने वाली ट्रेनें ब्लाक के कारण प्रभावित हुई है।
Indore Railway Station: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर-देवास-उज्जैन रेल खंड में बरलई से मांगलिया तक दोहरीकरण कार्य के लिए पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल द्वारा ब्लाक लिया गया है। 16 दिन के ब्लाक में पटरी जोड़ने, इलेक्ट्रिशियन, सिग्नल जैसे कार्य किए जाएंगे। इसके बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) नए ट्रैक का परीक्षण कर ट्रेन संचालन की अनुमति देंगे। ब्लाक के दौरान सभी तरह के काम रेलवे को पूरे करने होंगे।
इंदौर-देवास-उज्जैन के बीच 79 किमी लंबे रेल खंड का दोहरीकरण कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अंतिम चरण में बरलई से
इंदौर के बीच दोहरीकरण कार्य किया गया। इसमें रेलवे पटरिया बिछाई जा चुकी है। अब पटरियों को जोड़ने और अन्य कार्य के लिए
रेलवे ने 15 से 30 दिसंबर तक का ब्लाक लिया है। बरलई से इंदौर तक 27 किमी लंबे रेलवे रूट पर बिछाई गई नई लाइन के सभी काम 16 दिन से पहले पूरे करने होंगे। शुक्रवार से ब्लाक शुरू होने के बाद रेलवे के अधिकारी तेज गति से कार्य करनें में जुट गए है।
कई ट्रेनें होंगी प्रभावित
इंदौर-देवास-उज्जैन रूट से चलने वाली ट्रेनें ब्लाक के कारण प्रभावित हुई है। इसमें ट्रेनों को निरस्त करने के साथ ही कई को फतेहाबाद रूट से चलाया जा रहा है। इंदौर से चलने वाल इंदौर-बिलासपुर-इंदौर एक्सप्रेस को
उज्जैन से संचालित किया जाएगा। वहीं कोटा-इंदौर-कोटा को मक्सी से चलाया जाएगा। एक दर्जन ट्रेनें फतेहाबाद रूट से चलेगी।
परीक्षण के बाद शुरू होगा ट्रेनों का संचालन
इंदौर से बरलई के बीच बिछाए गए नए रेलवे ट्रैंक का परीक्षण रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) करेंगे। नए रूट पर ट्रेन दौड़ाकर परीक्षण करने के बाद ट्रेन संचालन की अनुमति सीआरएस द्वारा जारी की जाएगी। इसके बाद इस रूट से ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। इसके पूरा होने के बाद ट्रेने को क्रासिंग की आवश्यकता नहीं होगी।