Pravasi Bharatiya Sammelan 2023: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए मारीशस से आए 71 वर्षीय जयनदत्त सदासिंग की तबीयत ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वे 19 दिन से भंडारी अस्पताल में भर्ती थे। 8 जनवरी को सम्मेलन के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। उनका आक्सीजन सैचुरेशन लेवल 70% रह गया था। उन्हें उच्च रक्तचाप और सीने में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था।
अस्पताल के प्रबंधन निदेशक डा. महक भंडारी ने बताया कि उपचार के दौरान बुजुर्ग को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा था। अस्पताल की मेडिकल टीम 19 दिन तक सतत उपचार में जुटी रही। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद बुजुर्ग मारीशस रवाना हो गए।
कई दिक्कतें एक साथ होने से बिगड़ गई थी स्थिति
डा. भंडारी ने बताया कि मरीज को एक साथ कई दिक्कतें थीं। उनके दिमाग में खून का थक्का जम गया था। शुगर लेवल 500 के ऊपर पहुंच गया था और दिल भी सिर्फ 45 प्रतिशत ही काम कर रहा था। मरीज के दाहिने हिस्से में लकवे के लक्षण नजर आने लगे थे। उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। हमने पहले मरीज को वेंटिलेटर पर रखा। फिर सुरक्षा की दृष्टि से उनके गले में छेद कर ट्रैकस्टोमी के जरिये सांस पहुंचाने का वैकल्पिक इंतजाम किया ताकि इलाज के दौरान आपातकालीन परिस्थिति में जीवन बचाया जा सके। डा. भंडारी ने बताया कि इस बात का हमेशा ध्यान रखा गया कि एक चूक हमारे देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती है।
Posted By: Sameer Deshpande