MPBSE MP Board Result 2023: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। इंदौर की बधिरांध (मूक ,बधिर और दृष्टि दिव्यांग) छात्रा गुरदीप कौर ने 10वीं की कक्षा में पास होकर यह साबित कर दिया है कि कुछ हासिल करने का जुनून हो तो सफलता अवश्य मिलती है। विशेष बात यह थी की गुरदीप की राइटर एक बधिर बालिका थी। गुरदीप की पढ़ाई के लिए ब्रेल लिपी और सांकेतिक भाषा के साथ ही टैक्टिल साइनिंग विधि का उपयोग किया गया था। आनंद सर्विस सोसायटी मूक बधिर संस्था के ज्ञानेंद्र और मोनिका पुरोहित ने बताया कि संभवत यह मध्यभारत की पहली बंधिरांध है, जिसने एमपी बोर्ड की परीक्षा पास की है।

गुरदीप का शुरुआत से ही पढ़ाई के प्रति रुझान था और उसने आठवीं तक परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन आगे साथ नहीं मिलने से वह पढ़ाई जारी नहीं रख सकी। हरदीप के माता-पिता ने सांसद शंकर लालवानी व कलेक्टर इलैया राजा टी से मुलाकात कर उनसे मदद मांगी। उन्होंने हरदीप के पढ़ाई की जिम्मेदारी आनंद बधिर सोसाइटी को सौंप दी। संस्थान ने हरदीप को स्पर्श की भाषा की ट्रेनिंग दी। शिक्षक उसे दो से तीन घंटे ब्रेल लिपी की भी ट्रेनिंग देते थे। इसके बाद हरदीप का साथ देने के लिए एक मूक-बधिर छात्रा को तैयार किया गया।

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी प्रितपाल सिंह और मंजीत कौर के यहां साल 1991 में जुड़वा बच्चियों ने जन्म लिया था। एक बेटी को उसी समय खो दिया था। हरदीप की जान बड़ी मुश्किल से बची थी। अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के कारण उनकी आंख, कान व बोलने की क्षमता गंवाना पड़ी। काफी इलाज के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ा। हरदीप मुंबई के हेलन केलर स्कूल में भी थीं।

Posted By: Sameer Deshpande

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