Tourism In MP: हर्षल सिंह राठौड़, इंदौर। अगर आप 20 से 31 दिसंबर तक के बीच प्रदेश के किसी पर्यटन स्थल पर छुट्टियां बिताने की योजना बना रहे हैं तो इसके लिए आपको मोटी रकम चुकानी होगी। पचमढ़ी में एक कमरे के लिए 50 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से पैसा खर्च करना पड़ सकता है तो सैलानी टापू के होटल में 13 हजार रुपये तक का कमरा मिलेगा। प्रदेश और इंदौर के आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर इस बार खासी संख्या में लोग आ रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के तमाम होटलों के करीब 80 प्रतिशत कमरे बुक हो चुके हैं। शेष 20 प्रतिशत की कीमत कई गुना बढ़ गई है।
कोरोना महामारी के बाद यह पहला मौका है, जब प्रदेश के प्रमुख स्थलों के अलावा शहर के आसपास के पर्यटन स्थलों की ओर देशभर के पर्यटकों का ध्यान आकर्षित हुआ है। दिसंबर शुरू होने से पहले ही पर्यटन विभाग के सभी होटलों के कमरे बुक हो चुके थे। पचमढ़ी स्थित होटल का जो कमरा सामान्य दिनों में आठ हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से बुक होता था, उसकी कीमत 50 हजार रुपये तक पहुंच गई है। सैलानी टापू स्थित होटल का कमरा करीब सात हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से बुक होता था, उसके दाम अब करीब 13 हजार रुपये प्रतिदिन हो चुके हैं। उज्जैन और महेश्वर के होटलों के कमरों के किराए में भी खासी बढ़त देखी गई है। अमूमन सभी स्थानों पर होटल के कमरों की कीमत में करीब 40 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
पहली बार बढ़ी इतनी कीमत
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी श्याम तिवारी के अनुसार ऐसा पहली बार हुआ है, जब विभाग के होटलों के किराए में इतनी ज्यादा बढ़त हुई है। पचमढ़ी स्थित होटल का कमरा कोरोना महामारी के पूर्व एक बार 35 हजार रुपये प्रतिदिन तक में बुक हुआ था। वह अभी 50 हजार रुपये प्रतिदिन हो गया है। वर्तमान में होटलों के कमरों की कीमत में 15 से 40 प्रतिशत तक की बढ़त हुई है। प्रदेश और खास तौर पर इंदौर के आसपास के पर्यटन स्थलों पर आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा इसलिए भी हो रहा है क्योंकि यहां आवागमन पहले से बेहतर हुआ है और सुविधाओं में भी इजाफा हुआ है।
इसलिए बढ़ा रूझान
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिशन आफ इंडिया के प्रदेशाध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन के अनुसार इंदौर तक पहुंचने के लिए आवागमन के साधन सुलभ होना इसका बड़ा कारण है। वर्तमान में शहर में 70 से अधिक विमान आ जा रहे हैं। रेल और सड़क मार्ग से भी आवागमन सुलभ हुआ है। इंदौर, भोपाल, उज्जैन की स्वच्छता, यहां के ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का विकास भी आकर्षित कर रहा है। इंदौर में जनवरी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और इन्वेस्टर्स समिट का हो रही है। उस दौरान सामान्य पर्यटक यहां आने से गुरेज करेंगे, इसलिए पर्यटक पहले ही यहां आने की योजना बना रहे हैं।
महोत्सव भी कर रहा आकर्षित
शहर के आसपास के पर्यटन स्थलों पर 20 से 31 दिसंबर के बीच कई जगह महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। वर्तमान में खंडवा जिले के हनुवंतिया में जल महोत्सव जारी है। अगामी दिनों में मांडू में भी महोत्सव होने जा रहा है। इस दौरान कई होटल अपने स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जो पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।

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* पचमढ़ी: आठ हजार का कमरा 50 हजार का
* सैलानी टापू: सात हजार का कमरा 13 हजार का
* महेश्वर: छह हजार का कमरा 10 हजार का
* मांडू: छह हजार का कमरा 8500 का
* उज्जैन: छह हजार का कमरा 8 हजार का
Posted By: Sameer Deshpande
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