Railway Budget 2023 Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रेल बजट में रतलाम मंडल पर रुपयों की वर्षा हुई है। मंडल को नई लाइन, दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, यार्ड निर्माण जैसे कार्यों के लिए 2281 करोड़ रुपये मिले हैं। इंदौर से जुड़े रेलवे प्राेजेक्ट के लिए भी अच्छी खासी राशि मिली है। जिस इंदौर-मनमाड़ और इंदौर-बुधनी रेलवे प्राेजेक्ट के लिए पिछले साल मात्र 1-1 हजार रुपये दिए गए थे। उसमें इस बार क्रमशः दो करोड़ और 514 करोड़ रुपये मिले हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार दूसरे साल रेलवे को अच्छा पैसा मिला है। अब अफसरों को काम करके दिखाना चाहिए। इंदौर -दाहाेद, इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण और महू-खंडवा-अकोला ब्राडगेज के लिए पिछले बजट में 1353 करोड़ मिले थे। इस बार इन तीनों प्रोजेक्ट के लिए 1325 करोड़ की राशी मिली है।

बुधवार को आए सालाना बजट के साथ ही रेल बजट आ गया था। दो दिनों से पिंक बुक की प्रतिक्षा की जा रही थी। आखिरकार शुक्रवार दाेपहर पिंक बुक आ गई। इसमें रतलाम मंडल को अच्छी खासी राशि मिली है। रेलवे पीआरओ खेमराज मीना ने कहा कि हमारे सभी प्रमुख रेल प्रोजेक्ट्स के लिए बेहतर राशि मिली है। अब हम तेजी के साथ इन कामों को करने का प्रयास करेंगे। सांसद शंकर लालवानी ने भी बजट में इंदौर को मिली धनराशी को पर्याप्त बताते हुए तेजी से काम करने की बात कही है।

इस प्रोजेक्ट के लिए इतनी राशी

इंदौर-दाहोद रेल लाइन- इस बार बजट में इस बहुप्रतिक्षित रेलवे लाइन के लिए 440 करोड़ रुपये की राशि मिली है। पिछले साल इसके लिए 265 करोड़ रुपये मिले थे। यह प्रोजेक्ट पूरा हाेने पर इंदौर से दाहोद की दूरी 205 किलोमीटर हो जाएगी।

छोटा उदयपुर-धार रेल लाइन- इस रेल लाइन के लिए इस बार 355 करोड़ की राशि मिली है। पिछले साल इस रेल लाइन के लिए 100 करोड़ की राशि मिली थी। यह लाइन पूरी होने पर इंदौर से गुजरात का सीधा कनेक्शन हो जाएगा। लंबे समय से रेल विहिन इस क्षेत्र में इसकी मांग की जा रही है। गुजरात के पोर्ट से सीधे जुड़ जाएंगे।

महू-खंडवा-अकोला रेल लाइन- सालों से लंबित चल रहे इस रेल प्रोजेक्ट में गेज परिवर्तन होना है। इस साल रेलवे ने 700 करोड़ की राशि दी है। पिछले साल 888 करोड़ की राशि दी थी। खंडवा से सनावद के बीच में काम पूरा हो चुका है। महू से सनावद के बीच में मुख्य रुप से काम होना है, लेकिन सालों से सर्वे ही चल रहा है। मीटर गेज की लाइन को इसी साल एक फरवरी से बंद कर दिया गया है। उम्मीद है इस साल काम शुरू हो जाएगा, जिससे दो तीन सालों में ट्रेन चल जाएगी।

इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण - इंदौर से उज्जैन के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए इस साल 185 करोड़ की राशि दी गई है। इस रेल लाइन में वर्तमान में 140 प्रतिशत का लोड है। इसे ही कम करने के लिए दोहरीकरण किया जाना है। उज्जैन से देवास के बीच में काम हो गया है। यह काम पूरा होने पर वर्तमान ट्रेन टाइम पर चलेगी, नई रेल चलने की संभावना बढ़ जाएगी। एक साल देरी से काम चल रहा है।

इंदौर- मनमाड़- इंदौर से महाराष्ट्र को सीधे जोड़ने वाली इस रेल परियोजना के लिए काम धीमी गति से चल रहा है। इस बार इसे दो करोड़ रुपये मिले हैं। पिछले साल रेलवे ने केवल खाता शुरू रखने के लिए एक हजार रुपये की राशि दी थी।

इंदौर- बुधनी- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृहनगर बुधनी के लिए रेल लाइन की मांग लंबे समय से है। इस प्रोजेक्ट के लिए भी पिछले साल केवल एक हजार रुपये की राशि दी गई थी। इस बार 514 करोड़ रुपयों की राशि दी गई है। उम्मीद की जा रही है इस बार काम में गति आएगी।

यह बोले एक्सपर्ट

रेलवे विशेषज्ञ और मालवा चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष अजित सिंह नारंग बताते है कि लगातार दूसरे साल इंदौर से जुड़े रेल प्राेजेक्ट को बेहतर राशि दी गई है। अब अधिकारियों को इस पर काम करना होगा। इंदौर-दाहोद और धार- छोटा उदयपुर रेल लाइन प्रोजेक्ट पर तेज गति से काम होना चाहिए। यह रेल लाइन यात्रियों के साथ-साथ व्यापारिक महत्व रखती है। यह जरूरी है। इंदौर -उज्जैन दोहरीकरण के काम को इस साल किसी भी हाल में पूरा किया जाना चाहिए। इससे इंदौर से नई ट्रेन चलने का रास्ता साफ होगा। इंदौर-बुधनी के लिए भी अच्छा पैसा मिला है। इंदौर-मनमाड के लिए कम राशि मिली है। इससे सर्वे भी नहीं हो सकेगा। वहीं महू-खंडवा-अकोला के लिए पैसा है, लेकिन रेलवे सर्वे और भूमि अधिग्रहण ही नहीं करवा पा रहा है।

Posted By: Sameer Deshpande

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