
राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के मौके पर ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एच एम आई एल) की सी एस आर इकाई ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एच एम आई एफ) ने अपनी महत्वाकांक्षी पहल ‘ह्यूंडई होप फॉर कैंसर’ पहल के माध्यम से कैंसर केयर के क्षेत्र में व्यापक बदलाव की प्रतिबद्धता को मजबूती दी है। इस पहल को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) के साथ मिलकर शुरू किया गया है। सितंबर, 2025 में शुरू की गई इस पहल ने कैंसर रिसर्च, बचाव एवं जागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव लाते हुए हजारों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।
आईआईटी मद्रास में भारत के पहले कम्युनिटी-बेस्ड कैंसर टिश्यू बायोबैंक ‘ह्यूंडई सेंटर फॉर कैंसर जीनोमिक्स’ की स्थापना करना इस पहल के प्रमुख कार्यों में से है। साथ ही इसके तहत नया भारत कैंसर जीनोम एटलस (बीसीजीए) लॉन्च किया गया है। यह भारत का पहला ओपन-एक्सेस कैंसर जीनोम डाटाबेस है, जिससे पर्सनलाइज्ड ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में नए शोध को गति मिलेगी।
भारत में कैंसर केयर के क्षेत्र में व्यापक बदलाव की एच एम आई एफ की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए एच एम आई एल के एवीपी एवं वर्टिकल हेड – कॉरपोरेट अफेयर्स, कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस एंड सोशल श्री पुनीत आनंद ने कहा, ‘ह्यूंडई होप फॉर कैंसर से हमारा यह भरोसा दिखता है कि टेक्नोलॉजी, सहानुभूति और गठजोड़ के माध्यम से कैंसर केयर के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाया जा सकता है। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के मौके पर हम एक ऐसा भविष्य निर्मित करने की दिशा में अपने प्रयासों को मजबूती दे रहे हैं, जहां हर नागरिक को समय पर, व्यक्तिगत जरूरत के अनुरूप (पर्सनलाइज्ड) और सम्मानजनक कैंसर केयर मिल सके। 3 करोड़ रुपये के कैंसर केयर फंड समेत 56 करोड़ रुपये निवेश करने की प्रतिबद्धता के साथ एच एम आई एफ जल्दी जांच, शोध, इलाज एवं सामुदायिक पहुंच को लेकर सभी के लिए समान अवसर सृजित करने की दिशा में काम कर रहा है। इन प्रयासों से अब तक 11,000 से ज्यादा लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।’
ह्यूंडई होप फॉर कैंसर: प्रमुख उपलब्धियां
सामुदायिक पहुंच एवं स्क्रीनिंग:
तमिलनाडु में 109 जागरूकता एवं स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया, जिनके माध्यम से 11,095 लोगों तक पहुंचने में सफलता मिली
शुरुआती स्तर पर की गई स्क्रीनिंग में ओरल, सर्विकल, कोलन, ब्रेस्ट एवं प्रोस्टेट कैंसर को कवर किया गया
448 लोग पॉजिटिव पाए गए और उन्हें एडवांस केयर के लिए सरकारी अस्पतालों में रेफर किया गया
कैंसर टिश्यू बायोबैंक एवं जीनोमिक सिक्वेंसिंग:
1,104 कैंसर टिश्यू सैंपल कलेक्ट किए गए और 528 पीडियाट्रिक ल्यूकेमिया मामलों के लिए पूर्ण जीनोम सिक्वेंसिंग की गई
जीनोमिक एनालिसिस का लक्ष्य विशेषतौर पर भारत के लिए बायोमार्कर जीन पैनल की पहचान करना है, जिससे शुरुआती स्तर पर जांच करना और बीमारी को ट्रैक करना संभव हो
आईआईटी मद्रास में भारत का पहला ओपन-एक्सेस कैंसर जीनोम डाटाबेस भारत कैंसर जीनोम एटलस (बीसीजीए) लॉन्च किया गया है
एचपीवी वैक्सीनेशन की पहल:
तमिलनाडु के अरियालूर, विरुधुनगर एवं सलेम में कोर्कीनोस हेल्थकेयर एवं कैंसर रिसर्च एंड रिलीफ ट्रस्ट (सीआरआरटी) के साथ मिलकर 525 लड़कियों को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) से बचाव का टीका लगाया गया
आगामी पहल:
देशभर में अग्रणी हेल्थकेयर इंस्टीट्यूशंस के साथ साझेदारी में वंचित वर्ग के बच्चों के लिए फ्री कैंसर ट्रीटमेंट
वित्त वर्ष 2026 तक 100 से अधिक लैब प्रोफेशनल्स को जीनोमिक सिक्वेंसिंग और मॉलीक्यूलर ऑन्कोलॉजी में कुशल बनाने के लिए टेक्नीशियन ट्रेनिंग प्रोग्राम
कैंसर स्क्रीनिंग के लिए पूरी तरह से तैयार एक वाहन को अब तक तमिलनाडु के 17 जिलों में पहुंचाया गया है, वित्त वर्ष 2026 तक इसे महाराष्ट्र एवं हरियाणा में विस्तार देने की योजना है
अगले चार वर्षों में तमिलनाडु, हरियाणा और महाराष्ट्र में 225 से ज्यादा कैंसर जागरूकता एवं स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिनके माध्यम से 1.27 लाख लोगों तक पहुंचने और 5,000 से ज्यादा लड़कियों को एचपीवी से बचाव के लिए टीका लगाने का लक्ष्य है।