National Water Awards: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर में जल संरक्षण और भूजल स्तर बढ़ाने की दिशा में होने वाले कार्यों को देशभर में सराहा जाने लगा है। जल शक्ति मंत्रालय से दिए जाने वाले चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार में इस बार चार श्रेणियों में इंदौर में हुए सर्वश्रेष्ठ कार्यों को रखा गया है। इंदौर नगर निगम को बेस्ट अर्बन लोकल बाडी, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत और जनजागरूकता अभियान में सिका स्कूल को शार्ट लिस्ट किया है। अब अगले सप्ताह इन कार्यों का सत्यापन करने टीमें आएंगी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा। खास बात यह है कि 2018 में पहले राष्ट्रीय जल पुरस्कार में चोरल नदी को पुनर्जीवित करने और 2020 में सर्वश्रेष्ठ जिले के लिए इंदौर को पुरस्कृत किया जा चुका है।
नदी में गंदा पानी मिलने से रोका
बेस्ट अर्बन लोकल बाडी श्रेणी में इंदौर नगर निगम के बीते तीन सालों में किए कार्यों को बेहतर बताया गया है। कान्ह-सरस्वती नदी में मिलने वाले चार हजार से ज्यादा नालों के आउटफाल बंद किए गए हैं। इससे गंदा पानी नदी में मिलने से रोका गया। साथ ही नदियों के कैचमेंट एरिया का गहरीकरण करवाया गया। नदियों की गाद निकालकर सफाई करवाई गई। नदी किनारों का अतिक्रमण हटाया गया। हरियाली भी बढ़ाई गई। विभिन्न क्षेत्रों के कुएं-बावड़ियों को साफ कर जलस्रोत बढ़ाए गए। जल पुनर्भरण मुहिम चलाते हुए 70 हजार घरों-प्रतिष्ठानों में वाटर रिचार्जिंग सिस्टम विकसित किया गया। एक लाख घरों की जियो टैगिंग हुई। अधिकारियों के मुताबिक, गंदे पानी को उपचारित कर पुनर्उपयोग में लाया गया है। करीब 200 उद्यानों में उपचारित पानी उपयोग में लिया जा रहा है। 10 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर किसानों को कृषि के लिए उपचारित पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
101 अमृत सरोवर किए तैयार
सर्वश्रेष्ठ जिले के लिए भी इंदौर का नाम शार्ट लिस्ट किया है। इस श्रेणी में अमृत सरोवर बनाने को प्राथमिकता दी गई। इंदौर जिले में 101 अमृत सरोवर तालाब बनाए हैं। कुएं-बावड़ी को पुनर्जीवित किया। 462 जल संरक्षण इकाइयां, तालाबों पर चेकडेम बनाए गए। ये कार्य बीते तीन सालों में किए गए हैं। 90 तालाबों का गहरीकरण जनभागीदारी से हुआ। 2000 किसानों के खेतों पर निजी फल उद्यान को बढ़ावा दिया है। 600 सामुदायिक पौधारोपण किया गया है। 100 नई चेकडेम इकाइयां तैयार हुईं।
तालाब का गहरीकरण
सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत के लिए जाम बुजुर्ग (महू) को रखा है। यहां 26 नालों पर चेकडेम बनाकर पानी को रोका गया है। 13 तालाबों का गहरीकरण करवाया। जल संरक्षण इकाइयों का जीर्णोद्धार किया गया।
फैलाई जागरूकता
सर्वश्रेष्ठ जागरूकता अभियान चलाने के लिए सिका स्कूल का चयन हुआ है। बरसात के पानी और जल स्तर बढ़ाने के लिए विद्यालय ने लोगों में जागरूकता फैलाई है। वर्कशाप-नुक्कड़ नाटक सहित अन्य कार्यों से पानी बचाने की दिशा में काम किया है।
Posted By: Hemraj Yadav
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