Indore Crime News इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। होटल संचालक दीपक शर्मा से ढाई करोड़ रुपये मांगने वाले पांच आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ब्लैकमेलिंग की साजिश शर्मा के पूर्व मैनेजर अंकित पटेल ने की थी। उसने आनलाइन खुफिया कैमरा मंगवा कर इलेक्ट्रिक बोर्ड में लगवाया था। ब्लैकमेलिंग के लिए नए फोन खरीदे थे।

क्राइम ब्रांच ने स्कीम 78 निवासी कोयला कारोबारी दीपक शर्मा की शिकायत पर आरोपित अशोक तिवारी और कमल मेहरा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया था। मूलत: आसरई रमन लेन टैगोर हिल रोड मोराबादी, रांची (झारखंड) निवासी दीपक की झारखंड में कोयले की खदानें भी हैं। स्कीम 78 में होटल सनराइज भी चलाते हैं। दीपक को आरोपितों ने अश्लील वीडियो भेजकर ढाई करोड़ रुपये मांगे थे।

पुलिस ने सोमवार को अंकित पटेल (पूर्व मैनेजर) निवासी सोनकच्छ, अनुराग मकाड़िया निवासी आष्टा, श्याम तेरवाल निवासी सोनकच्छ, योगेश तेरवाल निवासी सोनकच्छ और हीरानगर से आशीष को गिरफ्तार किया। आरोपित अंकित पूर्व मैनेजर है। उसे दीपक की संपत्ति और परिचितों की संपूर्ण जानकारी थी। आरोपित ने ई-कामर्स कंपनी से आनलाइन स्पाई कैमरा मंगवाया और इलेक्ट्रिशियन आशीष की मदद से इलेक्ट्रिक बोर्ड में फिट करवा दिया।

आरोपितों ने दीपक के आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बनाने का दावा किया और अलग-अलग नंबरों से वाट्सएप कर ढाई करोड़ रुपये मांगे। बताते हैं दीपक बदनामी के भय से 50 लाख रुपये देने को राजी हो गया, लेकिन ढाई करोड़ की मांग पर अड़ने से बात बिगड़ गई और दीपक ने क्राइम ब्रांच को शिकायत कर दी।

आठवीं पास निकला एनकाउंटर स्पेशलिस्ट डीएसपी

मामले में पुलिस अशोक तिवारी और मैनेजर कमल मेहरा को गिरफ्तार कर चुकी है। अशोक ने खुद को क्राइम ब्रांच का डीएसपी बताया था। उसने आरोपितों का एनकाउंटर करने का झांसा दिया और 30 लाख रुपये ले लिए। दीपक के मैनेजर कमल ने ही अशोक से मुलाकात करवाई थी। अशोक ने बताया कि वह आरपीएफ में डीएसपी रहा है। बर्खास्त होने के बाद देवास रहता था। पुलिस जांच में पता चला कि अशोक आठवीं पास है। वह झूठ बोल रहा था। उसके खिलाफ देवास में भी केस दर्ज हुआ है।

Posted By: Sameer Deshpande

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