Metro In Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में मेट्रो के पहले चरण का काम चल रहा है। इसमें 17.5 किमी ट्रैक के साथ डिपो का काम भी चल रहा है। अगले तीन साल में कुल 31.5 किमी का मेट्रो कारिडोर बनना है, जिस पर तीन कोच वाली 25 ट्रेनें चलाई जाएंगी। विद्युत वितरण कंपनी ने इसके लिए तैयारी कर ली है। कंपनी का अनुमान है कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद मेट्रो के संचालन में हर माह छह करोड़ रुपये की बिजली की खपत होगी।

कंपनी अधिकारियों के अनुसार पहले चरण के लिए एक बड़ा कनेक्शन और 13 छोटे कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। इसी साल अगस्त-सितंबर में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल होगा। मेट्रो के लिए 100 किलोवाट का एक बड़ा कनेक्शन गांधीनगर क्षेत्र में लिया गया है। यहां 75 एकड़ में विशाल डिपो बन रहा है। वहीं 13 छोटे कनेक्शन 30 किलोवाट के भौंरासला से गांधीनगर के बीच स्टेशन निर्माण व अन्य कार्यों के लिए दिए गए हैं। शुरुआती दौर में इंदौर शहर में मेट्रो के ट्रायल रन के दौरान पांच किमी रूट तक चलाने में दैनिक लगभग पांच लाख और डेढ़ करोड़ मासिक बिजली खर्च का अनुमान है।

मेट्रो ट्रेन 25 हजार वाट से चलेगी, लेकिन पूरा प्रोजेक्ट हो जाने पर मासिक छह करोड़ रुपये की बिजली खर्च होने का अनुमान है। वहीं स्टेशनों व मेट्रो के अंदर लाइटिंग डिस्प्ले, साउंड, आटोमेटेड डोर के लिए भी बड़ी मात्रा में प्रतिदिन बिजली खपत होनी है। इसका आंकलन अभी से करते हुए तैयारी की जा रही है।

गौरतलब है कि इंदौर में मेट्रो परियोजना में अभी पहले चरण का 17.5 किमी का काम चल रहा है। एक हिस्से का काम रेल विकास निगम कर रहा है। दूसरे हिस्से का काम दिलीप बिल्डकान द्वारा किया जा रहा है। दूसरे चरण के काम के लिए जल्द ही निर्णय होगा। हालांकि अभी शहर के मध्य क्षेत्र में मेट्रो ट्रेन के रूट और स्वरूप को लेकर निर्णय नहीं हुआ है।

Posted By: Sameer Deshpande

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