JEE Main Examination: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। देश के तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए गुरुवार को भी ज्वाइंट एंट्रेंस एक्जामिनेशन (जेईई) मेन की परीक्षा आयोजित की गई। इस दिन दो परीक्षा केंद्रों पर करीब एक हजार विद्यार्थी शामिल हुए। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे के सेशन में बैचलर आफ आर्किटेक्चर कोर्स में प्रवेश लेने वाले की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। इसके लिए देवास नाका स्थित आइओएन डिजिटल लैब को केंद्र बनाया गया था।
इंजीनियरिंग कोर्स के लिए दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक आइओएन केंद्र के साथ ही राजेंद्र नगर स्थित एक प्राइवेट कालेज को केंद्र बनाया गया था। 20 जुलाई को हुई परीक्षा में जिस तरह महामारी को देखते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए थे वैसी ही व्यवस्था गुरुवार को भी देखने को मिली। विद्यार्थियों के साथ आए अभिभावकों को केंद्र के 200 मीटर दूर ही रोक लिया गया।
केंद्र के आसपास भीड़ न लगे इसके लिए काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। शारीरिक दूरी, सेनेटाइजेशन और सभी को अनिवार्य रूप से मास्क लगाने की सलाह भी सुरक्षाकर्मी देते रहे। परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों ने बताया कि मैथ्स के प्रश्नों को हल करने में काफी समय लगा। मैथ्स लेंदी होने से प्रश्नों को हल करने के लिए काफी कैल्कुलेशन करनी पड़ी। वहीं फिजिक्स और केमिस्ट्री आसान लगा।
परीक्षा के विशेषज्ञ विजित जैन ने बताया कि केमिस्ट्री में ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी सिलेबस से पूछे गए थे। फिजिक्स में मार्डन फिजिक्स चैप्टर से कई प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट महत्वपूर्ण रहा। जिन्होंने केमिस्ट्री और फिजिक्स के प्रश्नों के जवाब जल्दी दे दिए होंगे उन्हें मैथ्स के प्रश्नों को हल करने के लिए अच्छा समय मिल गया होगा लेकिन जो मैथ्स के लेंदी प्रश्नों में उलझ गए वे कई प्रश्नों का जवाब देने से रह गए।
प्रदेश के संस्थानों में प्रवेश के लिए काफी इंतजार करना पड़ेगा
जेईई मेन में शामिल हो रहे कई विद्यार्थियों की इच्छा प्रदेश के इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश लेना है। हालांकि जेईई मेन की तीसरे और चौथे चरण की परीक्षा लेट होने से प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया भी लेट शुरू हो पाएगी। जेईई मेन के चौथे चरण की परीक्षा अगस्त में होगी। ऐसे में विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट बनाने के बाद प्रवेश प्रक्रिया के नियम जारी किए जा सकेंगे। इससे इस बार प्रदेश के तकनीकी संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया लेट होगी। इसका असर पढ़ाई पर पड़ सकता है।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
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