Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। फ्लाई ऐश डालकर जंगल को प्रदूषित करने वाली कंपनी को वन विभाग ने तीसरा नोटिस जारी कर दिया है। मगर कंपनी की तरफ से एक भी जिम्मेदार ने अपना पक्ष नहीं रखा है। पूरे मामले में लापरवाही बरतने पर कंपनी के खिलाफ अब विभाग सीधी कार्रवाई करने जा रहा है। तीसरे नोटिस का जवाब नहीं देने के बाद विभाग ने जब्त कंटेनर को राजसात करने का फैसला लिया है। यहां तक कंपनी के कर्ताधर्ता के खिलाफ वारंट निकालेंगे।
दिसंबर में थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली फ्लाई ऐश को चोरल और बडवाह के जंगलों में डालते हुए चोरल रेंज ने एक कंटेनर को पकड़ा, जो पीथमपुर की एटीवीएस कंपनी का बताया गया।निरीक्षण करने के बाद रेंज के स्टाफ ने पाया कि जंगल किनारे 30 से 40 स्थानों पर कंटेनर ने फ्लाई एेश फेंकी थी। पर्यावरण को नुकसान पहुंचने के चलते कंटेनर जब्त कर लिया और कंपनी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया। दो दिन बाद रेंजर रविकांत जैन से एटीवीएस के कुछ लोग मिलने भी पहुंचे थे। जहां दोनों के बीच तीखी बहस हुई।
साथ ही रेंज स्टाफ को अपशब्द कहे। दिसंबर से लेकर जनवरी के बीच चालीस दिनों में रेंज से तीसरा नोटिस जारी हो चुका है। मगर कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया है। बल्कि अभी जंगलों को प्रदूषित करने के लिए प्लांट से निकलने वाली खतरनाक राख डाली जा रही है। तीन दिन पहले भी ग्रामीणों ने इसके बारे में चोरल रेंज को जानकारी दी। मगर टीम पहुंचने से पहले ही कंटेनेर गायब हो गया।
अब स्टाफ वाहन की जानकारी निकालने में लगी है। चोरल रेंजर जैन का कहना है कि तीसरे नोटिस का जवाब सात दिनों में नहीं आता है तो कंटेनर के राजसात करने की प्रक्रिया करेंगे। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन मिल चुका है। वहीं चौथे नोटिस पर आरोपितों के खिलाफ वारंट निकालकर गिरफ्तार करेंगे।
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