Green Corridor in Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सैनिक के शरीर में अब इंदौर से भेजा गया दिल धड़कने लगा है। यह दिल सोमवार सुबह करीब 8.50 बजे जुपिटर विशेष अस्पताल से ग्रीन कारिडोर बनाकर एयरपोर्ट भेजा गया था। वहां से इसे विशेष विमान से पुणे भेजा गया। दिल लेने के लिए कार्डियक सर्जन कर्नल डा. सौरभ सिंह के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम रविवार देर रात ही इंदौर पहुंच गई थी। सुबह करीब पौने 11 बजे दिल पुणे पहुंचा। तीन घंटे चले आपरेशन के दौरान इसे सैनिक के शरीर में प्रत्यारोपित कर दिया गया। इंदौर से भेजे गए इस दिल ने सोमवार दोपहर करीब 2 बजे सैनिक के शरीर में धड़कना भी शुरू कर दिया।
सोमवार सुबह 9.50 बजे जुपिटर अस्पताल से दूसरा ग्रीन कारिडोर चोइथराम अस्पताल के लिए और तीसरा ग्रीन कारिडोर बांबे अस्पताल के लिए बनाया गया। किडनी प्रत्यारोपण भी सफल रहा है। इस वर्ष जनवरी में यह तीसरा मौका है जब ग्रीन कारिडोर बनाकर किसी ब्रेनडेड व्यक्ति के अंग प्रत्यारोपण के लिए भेजे गए।
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Green Corridor in Indore: वरीयता सूची के अनुसार किया अंगों का आवंटन
एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन और इंदौर सोसायटी फार आर्गन डोनेशन के सचिव डा. संजय दीक्षित ने बताया कि अंगों का आवंटन वरीयता सूची के अनुसार किया गया। लिवर विशेष जुपिटर अस्पताल में ही भर्ती 57 वर्षीय मरीज को, हृदय एआइसीटीसी पुणे में भर्ती सैनिक को, एक किडनी चोइथराम अस्पताल में भर्ती मरीज के लिए, दूसरी किडनी बांबे अस्पताल में उज्जैन की 51 वर्षीय महिला के लिए आवंटित की गई। नेत्रदान शंकरा आई बैंक की टीम द्वारा प्राप्त किया गया।
Green Corridor in Indore: कार्डियोमाय पैथी नामक बीमारी से पीड़ित थे सैनिक
एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डा. संजय दीक्षित ने बताया कि आसवानी का दिल पुणे में जिस 55 वर्षीय सैनिक को प्रत्यारोपित किया गया है, वे कार्डियोमाय पैथी नामक बीमारी से पीड़ित थे। आपरेशन करीब तीन घंटे चला। यह पूरी तरह से सफल रहा। दोपहर करीब 2 बजे दिल ने सैनिक के शरीर में धड़कना शुरू कर दिया था। आसवानी की दोनों किडनियों का प्रत्यारोपण भी सफल रहा। इसी तरह जुपिटर विशेष अस्पताल में उनके लिवर का प्रत्यारोपण 57 वर्षीय मरीज के शरीर में किया गया। ये सभी प्रत्यारोपण सफल रहे।
Green Corridor in Indore: परिवार का धन्यवाद किया
मुस्कान ग्रुप के संदीपन आर्य ने बताया कि प्रदीप आसवानी का दिल पुणे ले जाने के लिए कार्डियक सर्जन कर्नल डा.सौरभ सिंह के नेतृत्व में विशेष विमान रविवार रात ही इंदौर पहुंच गया था। विशेष जुपिटर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. सीएस पंडित, डा. भाविक शाह आदि के साथ सांसद शंकर लालवानी भी इस मामले में सतत संपर्क में रहे। अंगदान के दौरान लालवानी और डीन डा. दीक्षित ने आसवानी परिवार से मुलाकात कर उनका आभार माना।
Green Corridor in Indore: जनवरी में तीसरी बार बना ग्रीन कारिडोर
इंदौर सोसायटी फार आर्गन डोनेशन के गठन के बाद यह 48वां मौका है जब ग्रीन कारिडोर बनाकर किसी ब्रेन डेथ व्यक्ति के अंग प्रत्यारोपण के लिए भेजे गए हैं। इस वर्ष जनवरी में यह तीसरा मौका है जब किसी ब्रेन डेथ व्यक्ति के अंग दान किए गए हैं। इस माह में इसके पहले विनीता जी खजांची और चंद्रभूषण सिंह के अंगदान हो चुके हैं। जनवरी में अब तक 70 नेत्रदान (140 कार्निया), 10 त्वचादान और तीन देहदान भी इंदौर में हो चुके हैं।
Green Corridor in Indore: 150 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने संभाली व्यवस्था
ग्रीन कारिडोर बनाने में स्थानीय ट्रैफिक पुलिस, सीआइएसएफ एवं एयरपोर्ट अथारिटी ने आपसी समन्वय किया। महेश चंद्र जैन, अरविंद तिवारी के नेतृत्व में यातायात पुलिस के 150 पुलिसकर्मियों ने ग्रीन कारिडोर के दौरान यातायात व्यवस्था संभाली।
Posted By: Sameer Deshpande