इटारसी नवदुनिया प्रतिनिधि।
रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर कोविड लाकडाउन के दौरान लगाए गए टिन हटाना रेलवे अधिकारी भूल गए थे। इस वजह से सैकड़ों यात्री उल्टा चक्कर काटकर बुकिंग कार्यालय से आने को मजबूर थे। 28 जून को नवदुनिया ने इस मामले में प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर मामले में मंडल रेल प्रबंधक सौरभ बंदोपाध्याय तक यात्रियों की समस्या पहुंचाई थी। खबर पर संज्ञान लेते हुए मंगलवार को रेलवे के आदेश पर कर्मचारियों ने रास्ते में बाधक बन रहे सारे टिन हटा लिए हैं। नवदुनिया की खबर का बड़ा असर यहां देखने को मिला है।
इसलिए हो रही थी समस्याः दरअसल रेलवे के बुकिंग कार्यालय और एस्कलेटर-लिफ्ट वाले दूसरे रास्ते के बीच फुट ओवर ब्रिज से सीधे आवाजाही के लिए एक रास्ता खुला हुआ था, यहां आरपीएफ की लगेज स्केनर मशीन भी है। कोविड संक्रमण के दौरान अंदर प्रवेश करने वाले हर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग सुनिश्वित करने रेलवे ने इस बीच के रास्ते को पूरी तरह बंद कर एकतरफा प्रवेश द्वार बुकिंग कार्यालय से बना दिया था। कोविड खत्म होने के बाद अनलाक हो गया, साथ ही केन्द्र एवं राज्य सरकार के सारे नियम शिथिल कर रेल यातायात को सामान्य कर दिया गया था, लेकिन पिछले एक साल से लगाए गए टिन अभी तक नहीं हटाए गए थे।
जीआरपी थाने से आने वाले यात्रियों को लिफ्ट-एस्कलेटर से आना पड़ता था, जबकि हनुमान मंदिर प्रवेश द्वार के यात्री बुकिंग कार्यालय के अंदर से प्रवेश कर रहे थे, बीच का यह रास्ता बंद होने से यात्री परेशान थे।
लिफ्ट-एस्कलेटर बंद होने की हालत में यात्री टिकट लेने के लिए चक्कर काटकर बुकिंग कार्यालय जाते थे, वहीं सीधे अंदर जाने वाले यात्री भी परेशान होते थे। नवदुनिया ने यात्रियों की इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। 28 जून को खबर लगने के बाद रेलवे अधिकारी हरकत में आ गए, मंगलवार को आवाजाही में बाधक बन रहे सारे टिन खोलकर प्रवेश द्वार खोल दिया गया है। रेलवे की इस कार्रवाई के बाद सैकड़ों यात्रियों को राहत मिलेगी।
होती है भगदड़ की स्थितिः
दरअसल रेलवे का दूसरा फुटओवर ब्रिज अभी चालू नहीं हुआ है, करीब 145 ट्रेनों से रोजाना यहां हजारों यात्री उतरते हैं, कई बार रास्ता बंद होने के कारण लिफ्ट-एस्कलेटर पर दबाव बढ़ जाता था, कई बार मशीन बंद होने से यात्री परेशान होते थे। भारी लगेज जो लिफ्ट से नहीं लाया जा सकता, उसे लाने में भी परेशानी होती थी।
टिन हटाए हैं:
यात्रियों की सुविधा को देखते हुए प्रवेश द्वार पर लगाए गए टीनशेड हटा दिए गए हैं। अब यात्रियों को आवाजाही के लिए इस रास्ते का उपयोग करने को मिलेगा।
देवेन्द्र सिंह चौहान, स्टेशन प्रबंधक।
Posted By: Nai Dunia News Network
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