जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में संचालित की जा रही मेट्रो बसें भी आटो की तर्ज पर बीच सड़क पर कहीं भी खड़ी होकर सवारी बैठाने लगी है। जिससे यातायात व्यवस्था तो बिगड़ ही रही है वही हादसे का अंदेशा भी हो रहा है। शहर के तीन पत्ती चौक, मालगोदाम, दमोहनाका सहित अन्य चौराहों से लेकर बीच सड़क पर मेट्रो बसें खड़ी की जाने लगी है। जबकि मेट्रो बसों के लिए बकायदा मेट्रो स्टाप बनाए गए हैं। बावजूद इसके मेट्रो बस चालक आटो चालकों की तर्ज पर बीच सड़क पर अचानक बस को रोककर सवारी बैठा और उतार रहे हैं। बीच सड़क, चौराहों पर अचानक बसें खड़ी कर दिए जाने से कई बार दो पहिया, चार पहिया वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ रहा है। जिससे दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। इतना ही नहीं भीड़ भाड़ वाली सड़काें में भी मेट्रो बसें भर्राटा भर रही हैं। जिससे किसी दिन हादसा होने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
सड़क घेर लेते हैं चालक
मेट्रो बस चालकों की मनमानी की बानगी आए दिन रेलवे स्टेशन रोड माल गोदाम, तीन पत्ती चौक के समीप देखी जा सकती है। एक साथ तीन से चार मेट्रो बसें एक साथ खड़ी कर दी जाती है। सड़क घेरकर बसें खड़ी किए जाने से इन मुख्य सड़कों पर कई बार जाम भी लग रहा है। मेट्रो बस चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने से भी बाज नहीं आ रहे।
चलो बस के चालक ज्यादा लापरवाह-
बताया जाता है कि शहर को मिली नई मेट्रो सफेद मेट्रो चलो बस का संचालन जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड की निगरानी में निजी एजेंसी द्वारा कराया जा रहा है। लेकिन इन बसों में के चालकों पर एजेंसी का नियंत्रण नहीं है। वहीं जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड द्वारा भी इनकी निगरानी नहीं की जा रही है।
70 मेट्रो बसों का हो रहा संचालन
- 50 नई मेट्रो बसें अमृत योजना के तहत शहर को मिली है।
- 20 पुरानी लाल मेट्रो बसों का संचालन निजी आपरेटर करवा रहे हैं।
मेट्रो बसों का निरीक्षण किया जाएगा। यदि व्यवस्थित तरीके से संचालन नहीं हो रहा है तो आपरेटरों को हिदायत दी जाएगी।-सचिन विश्वकर्मा, सीईओ जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड
Posted By: Mukesh Vishwakarma
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