'ज्ञानोदय हास्टल' में महीने भर दबाए रखा रैगिंग का मामला, वार्डन को हटाया
जब मामला स्कूल की चहारदिवारी से बाहर आ निकल गया तो बालक छात्रावास के अधीक्षक को हटा दिया गया।
By Mukesh Vishwakarma
Edited By: Mukesh Vishwakarma
Publish Date: Thu, 05 May 2022 04:54:25 PM (IST)
Updated Date: Thu, 05 May 2022 04:54:25 PM (IST)

जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रांझी के शारदा नगर स्थित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में गलतियों पर पर्दा डालने का सिलसिला थम नहीं रहा है। यहां एक छात्र के साथ मानवीय तरीके से रैगिंग किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। यह घटना करीब महीने भर पुरानी है। रैगिंग के बाद पीड़ित छात्र को मेडीकल में भर्ती कराना पड़ा। इस पूरे मामले को बालक छात्रावास के वार्डन और स्कूल प्रबंधन ने दबा दिया। जब मामला स्कूल की चहारदिवारी से बाहर आ निकल गया तो बालक छात्रावास के अधीक्षक को हटा दिया गया।
मामला कुछ इस तरह से है कि सात मार्च को ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के बालक छात्रावास में धनीराम, हर्ष, शिवम और अवधेश झारिया के साथ रैगिंग की गई। इस दौरान हर्ष को गंभीर चोटें आईं। हर्ष को गहन उपचार के लिए मेडीकल अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई दिनों तक उसका उपचार चला, लेकिन छात्रावास प्रबंधन की ओर से इसकी जानकारी न तो विद्यालय के प्राचार्य को दी गई और न ही पुलिस को। नतीजतन करीब महीने भर यह मामला सामने ही नहीं आ पाया।
इसी बीच इसकी जानकारी अनुसूचित जाति जनजाति छात्रसंघ को लग गई, जिसके अध्यक्ष शुभम चौधरी ने को लग गई, जिन्होंने इस घटना की लिखित शिकायत संभागीय आयुक्त से की, जिनके निर्देश पर उपायुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा बालक छात्रावास के वार्डन राजेश सोनी को हटाने के आदेश दे दिए और वहां किसी अन्य वार्डन की नियुक्ति होने तक हास्टल का प्रभार ज्ञानोदय के प्राचार्य को दे दिया। इस पूरे घटनाक्रम के चलते अनुसूचित जाति जनजाति छात्रसंघ की ओर से ज्ञानोदय विद्यालय पहुंचकर स्कूल प्रबंधन के विरूद्ध नारेबाजी की गई।