जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। लाड़ली बहना योजना के कार्यान्वयन को लेकर जितनी संजीदगी शासन-प्रशासन दिखा रहा है, उससे कहीं ज्यादा उत्साह महिलाओं में है। योजना का लाभ के लिए पात्र बहनों को लग रहा है कि पहली बार कोई सरकार उनके खातों में सीधे पैसे भेजेगी। इस पैसे से वो अपनी अनिवार्य जरूरतों को पूरा कर सकेंगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने दस्तावेजों को अद्यतन कराने महिलाओं की लंबी कतारें अाधार पंजीयन केंद्रों और बैंकों पर देखी जा रही हैं। योजना को लेकर मुस्लिम समाज की बहनों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। बता दें कि सरकार ने पांच मार्च को महिला सशक्तिकरण के मद्देनजर 1000 रुपये प्रति माह प्रदान करने के लिए लाड़ली बहना योजना शुरू की। योजना के लिए आवेदन 25 मार्च से शुरू हो सकेंगे। इससे पहले महिलाओं को अपने दस्तावेजों को अद्यतन कराना है। इसलिए आधार कार्ड में मोबाइल नंबर सुधरवाने, नाम समग्र आईडी और बैंक खाते के अनुसार करवाने लाड़ली बहना योजना की पात्र महिलाएं सुबह से ही आधार पंजीयन केंद्रों पर जुट रही हैं।
ऐसा ही स्थिति बैंकों में भीः
कमोवेश ऐसा ही नजारा बैंकाें में भी दिखाई पड़ रहा है। सभी बैंकों में भी सुबह से ही केवायसी कराने वाली महिलाओं का हुजूम उमड़ रहा है। कियोस्क और आनलाइन सेंटरों पर भी बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही हैं। उनको पता है कि यह पहला पायदान है, इसके बाद अपने सारे दस्तावेजों को समग्र आईडी के अनुरूप आधारकार्ड और अपने मोबाइल नंबर से जुड़वाना है।
लोकसेवा केंद्रों पर भी भीड़ः
योजना का लाभ लेने जाति प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों के लिए लोक सेवा केंद्रों का रूख करना पड़ रहा है। वहां भी बड़ी संख्या में आवेदक महिलाओं की मौजूदगी देखने को मिल रही है।
इन्होंने यह कहा..
योजना बहुत अच्छी है। हम सोच भी नहीं सकते कि हमारे खातों में कोई सरकार डायरेक्ट पैसे डाल सकती है। - रूखसाना बेगम, आनंदनगर
हजार रुपये बहुत नहीं होते, लेकिन वो इतने तो हाेते हैं कि उनसे अपनी अनिवार्य जरूरतों को पूरा न कर सकें। - तबस्सुम अंसारी, रामनगर
23 साल से ऊपर की जो महिलाएं अविवाहित लेकिन बहुत गरीब हैं, उनको भी योजना का लाभ मिलना चाहिए। - वहीदा खान, सिहाेरा
इनदिनों आधारकार्ड अपडेट कराने 95 प्रतिशत महिलाएं ही आ रही हैं। उनमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज से हैं। -चित्रांशु त्रिपाठी, प्रभारी ई-गवर्नेंस
Posted By: Jitendra Richhariya
- Font Size
- Close