जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जिला बार एसोसिएशन, जबलपुर का चुनाव 17 नवंबर को है। महज एक सप्ताह का समय शेष है, अत: सभी प्रत्याशी पूरा जोर लगा रहे हैं। दीपावली अवकाश का सदुपयोग घर-घर जनसंपर्क अभियान को गति देने में किया गया। सोमवार से अदालत खुलते ही प्रत्याशियों ने एक-एक पल का मतदाताओं को अपने पक्ष में रिझाने के लिए उपयोग शुरू कर दिया।
इसके तहत अपने पर्चे व कार्ड वितरित किए जा रहे हैं। अपना एजेंडा साफ किया जा रहा है। एक-एक पद पर कई-कई प्रत्याशी होने के कारण मतदाता भी निर्णय लेने में मशक्कत कर रहा है। सभी मित्र हैं और चुनाव में खड़े हैं। ऐसे में किसे बेहतर पाकर जिताया जाए, यह एक चिंतन के बाद उपजने वाला निर्णय बन गया है। इसे लेकर चर्चाओं व विचार-मंथन का दौर जारी है। कई प्रत्याशी पूर्व में पदाधिकारी रह चुके हैं। जबकि कई नए हैं। ऐसे में सभी का मूल्यांकन एक टेढ़ी खीर हो गया है। कोविड काल में संकट झेलने वाले वकील राहत चाहते हैं। लिहाजा, वे उसी प्रत्याशी को जिताने की दिशा में तत्पर होंगे, जो कि केंद्र व राज्य शासन से पैकेज दिलवाकर नाकाफी सहायता को राहतकारी में तब्दील करवाने का दमखम रखता हो। प्रत्याशियों ने दावों व वादों की झड़ी लगा दी है। ऐसे में जीत किसके हिस्से आएगी, यह चिंतन का विषय बन गया है।
हाई कोर्ट बार के चुनाव को लेकर चर्चा जारी : जिला बार चुनाव के गति पकड़ने के बीच हाई कोर्ट बार चुनाव की अटकी गाड़ी कब गति पकडेगी, यह सवाल चर्चा का सबब बन गया है। बीसीआई का स्टे कब हटेगा, इसे लेकर संभावित प्रत्याशी मौजूदा कार्यकारिणी पर दबाव बना रहे हैं। नैतिक कर्त्तव्य का स्मरण कराया जा रहा है।
Posted By: Ravindra Suhane