जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम द्वारा दीनदयाल बस स्टेंड में जांच अभियान चलाया गया। जांच के दौरान झांसी से बस द्वारा भेजा गया करीब पांच क्विंटल संदिग्ध मावा जब्त किया गया। यह मावा 40-40 किलो की पैकिंग में रहा।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवकी सोनवानी के अनुसार जब्त मावा का नमूना लेकर परीक्षण के लिए राज्य खाद्य प्रयोग शाला भोपाल भेजा गया है। जब्त किया गया मावा झांसी से किस व्यक्ति द्वारा भेजा गया, इसकी विवेचना की जा रही है। इसके अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खोवा मंडी में भी राकेश जैन खोवा भंडार एवं मुकेश जैन खोवा वाले से खोवा के नमूने और राइट टाउन स्थित गणेश डेरी से दूध के नमूने जांच के लिए लिए गए। इन नमूनों को भी परीक्षण के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है। कार्रवाई खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव, विनोद धुर्वे एवं देवकी सोनवानी द्वारा की गई।
दिव्यांगों के लिए कार्यरत संस्थाएं करवाएं सुरक्षा आडिट
आयुक्त नि:शक्तजन कल्याण संदीप रजक ने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स से कहा है कि जिले में दिव्यांगों के लिये कार्यरत संस्थाओं का सक्षम अधिकारी से 15 दिन में सुरक्षा अाडिट करवाकर प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं। न्यायालय आयुक्त नि:शक्तजन द्वारा एक अगस्त को जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में लगी भीषण आग में उपचार के लिए भर्ती मरीज और स्टाफ की मृत्यु, फायर फाइटिंग सिस्टम की एनओसी एक्सपायर होने, जिम्मेदार अधिकारियों की मानिटरिंग में लापरवाही और सुरक्षा नियमों की अनदेखी पाई जाने पर स्व-संज्ञान लिया गया है।
आयुक्त संदीप रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों के शिक्षण-प्रशिक्षण और पुनर्वास के लिए शासकीय एवं अशासकीय संस्थाएं जिला स्तर पर कार्यरत हैं। दिव्यांगजन अधिकार नियम 2016 में दिव्यांगजन को संरक्षण और सुरक्षा प्रदान किए जाने का प्रावधान है। दिव्यांगजन आकस्मिक परिस्थितियों में भी सहायता और बाधा रहित सुरक्षा व्यवस्था के बिना सुरक्षित स्थान पर नहीं जा सकते हैं। इस असहाय स्थिति के कारण अप्रिय घटना की संभावना बनी रहती है। भविष्य में ऐसी संस्थाओं में दुर्घटनावश अप्रिय स्थिति निर्मित न हो, इसके लिए जिले की संस्थाओं का सुरक्षा आडिट करवाया जाना अति आवश्यक है।
Posted By: Jitendra Richhariya
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