जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मध्य प्रदेश के इतिहास में बिजली की सर्वाधिक मांग का नया रिकार्ड तीन दिन के भीतर दूसरी बार बना। दरअसल, प्रदेश में बिजली की मांग ने एक बार फिर अपने पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया। बुधवार को प्रदेश में बिजली की सर्वाधिक मांग 15860 मेगावाट तक पहुंच गई। जबकि इसके पूर्व प्रदेश में 27 नवम्बर को बिजली की सर्वाधिक मांग 15748 मेगावाट दर्ज की गई थी। प्रदेश में मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति की गई।
किस कम्पनी में कितनी रही मांग:
प्रदेश में बुधवार को बिजली की मांग 15860 मेगावाट पर दर्ज हुई उस दौरान मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर, सागर व रीवा संभाग में 4220 मेगावाट, मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के भोपाल व ग्वालियर संभाग में 4904 मेगावाट और मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के इंदौर व उज्जैन संभाग में बिजली की अधिकतम मांग 6398 मेगावाट रही। रेलवे को 339 मेगावाट बिजली प्रदाय की गई।
ऐसे हुई सप्लाई :
बुधवार को जब मांग चरम पर थी, जब मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 3585 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 1190 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 4232 मेगावाट व आइपीपी का अंश 2564 मेगावाट रहा। बैंकिंग व अन्य स्त्रोत से प्रदेश को 4288 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई।
Posted By: Mukesh Vishwakarma
- Font Size
- Close