जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। नगर निगम की साधारण सभा की बैठक सफाई, सड़क, बिजली, पानी को लेकर गरमाई रही। पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप के तीखे तीर भी चले। कभी विपक्ष हावी दिखा तो कभी सत्ता पक्ष, विपक्ष पर भारी पड़ा। कई बार हंगामे की स्थिति भी निर्मित हुई। सबसे ज्यादा हंगामा शहर लचर सफाई व्यवस्था और पानी के मुद्दे पर मचा रहा। विपक्ष के भाजपा पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों को भी जम कर आड़े हाथ लिया। इसी बीच एमआइसी सदस्य व स्वास्थ्य प्रभारी अमरीश मिश्रा ने शहर की सफाई व्यवस्था के मुद्दे पर शहर में चल रहे सफाई ठेके की मियाद बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। जिस पर विपक्ष ने सवाल तो उठाये ही सत्ता पक्ष के पार्षद ने सवाल खड़े करते हुए बैठक का रूख ही मोड़ दिया। हालांकि महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू द्वारा आठ माह में किए गए कार्य और आगामी कार्ययोजना को लेकर बात रखते रहे जिससे विपक्ष नरम पड़ता गया। सुबह 11 बजे से आयोजित बैठक शाम छह बजे तक चली निगमाध्यक्ष रिंकू विज ने बैठक शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।

अपनाें ने घेरा:

दरअसल सफाई व्यवस्था को लेकर सत्ता पक्ष के सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड के पार्षद अनुपम जैन ने सदन में कहा कि वे सत्ता में हैं फिर भी उनके वार्ड की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। ठेकेदार मनमाने तरीके से कचरा डंप करवा रहा है। 40 की जगह आधे ही ठेका कर्मचारी सफाई करने भेजे जा रहे। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड की सफाई का ठेका जिस बर्फानी सिक्युरिटी को दिया गया है जबकि ठेेकेदार के पास न तो पर्याप्त कर्मचारी न संसाधन। इसी तरह विपक्ष के पार्षद भी सफाई ठेके को लेकर पक्ष को घेरते दिखे। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने जब ये भरोसा दिलाया कि 31 मार्च 2023 तक ही सफाई समितियों का ठेका बढ़ाया जा रहा है। मसलन अप्रत्यक्ष रूप से ठेका निरस्त किया जा रहा है। क्योंकि अभी नगर निगम के पास विकल्प नहीं है। नए सिरे से ठेका देने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 31 मार्च के बाद नगर निगम की शर्तों के मुताबिक जोन स्तर पर सफाई का ठेका समितियों को दिया जाएगा। जिस पर विपक्ष राजी हो गया और 31 मार्च तक के लिए पांचों सफाई समितियों का ठेका बढ़ाने का प्रस्ताव पास हो गया। विदित हो कि वर्तमान में शहर की 34 वार्डों की सफाई का जिम्मा पांच समितियों को ठेके पर दिया गया है।

पानी के मुद्दे पर हंगामा, महापौर बोले, मिलेगा भरपूर पानीः

बैठक में पानी के मुद्दे पर विपक्ष के भाजपा पार्षद महेश राजपूत ने अपने वार्ड सुभाष चंद्र बोस सहित अन्य वार्डाें में पर्याप्त पानी न मिलने पर सवाल करते हुए जल प्रभारी व एमआइसी सदस्य एकता गुप्ता से पूछा कि नगर निगम ने जलापूर्ति को लेकर क्या कार्ययोजना बनाई। जल प्रभारी अहसज हुई तो महापौर बोलने खड़े हुए जिस पर विपक्ष ने हंमागा मचा दिया। हालांकि महापौर ने जब गर्मी को देखते हुए जलापूर्ति की कार्ययोजना बताई तो विपक्ष भी ढीला पड़ गया।महापौर ने बताया कि शहर में 83 स्थानों पर नगर निगम द्वारा बोरिंग कराई जा रही है। पहली बार नगर निगम 40 टैंकरों से जलसंकट क्षेत्रों पानी पहुंचाएगा। 20 करोड़ रुपये से तीन राइजिंग लाइन और डिस्ट्रीब्यूशन लाइन लाइन डाली जा रही है। 300 से 400 करोड़ रुपये खर्च कर एक लाख घरों में नर्मदा जल पहुंचाने की पूरी कार्यायोजना तैयार कर ली है। इसी तरह अमृत योजना टू के तहत 280 करोड़ रुपये से 16 टंकी बनाई जाएगी। बैठक में एमआइसी सदस्य अयोध्या तिवारी, जितेंद्र ठाकुर, शेखर सोनी, राजकुमार पटेल,दमोदर सोनी, वकील अंसारी ने भी अपनी बात रखी।

हंसी ठिठौली के साथ ये मुद्दे भी उठेः

स्थाना शाखा में भ्रष्टाचारः सदन बैठक में अधिकारी, कर्मचारियों के मंहगाई भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने कहा कि हम अधिकारी, कर्मचारियों के हितों को ख्याल तो रख रहे पर वे अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहे। उन्होंने स्थापना विभाग पर सीधे भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि स्थापना शाखा में सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के दौरान लाभ नहीं दिया जा रहा। उन्हें बार-बार कार्यालय बुलाकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने स्थापना शाखा के क्रियाकलापों की जांच कराने की मांग की। अध्यक्ष की आंसदी से निगमायुक्त रिंकू विज ने निगमायुक्त को इस पर संज्ञान लेने के निर्देश दिए। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष ने रानीताल शमशान घाट में जैन समाज द्वारा जमीन में विसर्जित किए जाने वाले अस्थी कलश विसर्जन के लिए स्थल पर ट्रैक बनाने की मांग की। क्योंकि वर्तमान में जिस रास्ते से होकर वे जाते हैं वे बच्चे दफन किए जाते हैं।

गुंडागर्दी नही चलेगीः बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट को लेकर महाराणा प्रताप वार्ड के पार्षद जीतू कटारे ने कहा कि नगर निगम द्वारा पार्षदाें को स्ट्रीट लाइट नहीं दी जा रही। जिस पर प्रकाश विभाग प्रभारी व एमआइसी सदस्य ने कहा कि विनोद तामसेतवार ने सूची दिखाते हुए कहा कि सभी पार्षदाें को लाइट दी गई है। पार्षद जीतू कटारे फिर भी अपनी बात पर अड़े रहे और ये तक कह दिया कि अभी प्रेम से कह रहे वार्ड की समस्यां दूर करे नही तो दूसरी भाषा में समझाउंगा उनके इतना कहते ही सत्त पक्ष के पार्षद खड़े हो गए और कहा कि सदन में इस तरह की गुंदागर्दी नहीं चलेगी। विपक्षी पार्षद भी तैस में आ गए और सदन का महौल गरमा गया।

गरीबों के आवास बने गए धनुषः मोती लाल नेहरू वार्ड के पार्षद श्फीक हीरा ने अध्यक्ष व महापौर को लेमा गार्डन में राजीव आवास योजना के तहत बनाए गए आवासों की खस्ता हालात का वीडियो दिखाते हुए कहा कि गरीबों के लिए बनाए गए आवासों एक तरफ झुक गए हैं , बीम टेढ़ी हो गई आवास धनुष की तरह हो गया है जो कभी टूट कर गिर सकता है। आवासों को खरीदने जिन गरीबों ने अपनी जमा पूंजी लगा दी वह भी हादसे की आंशका से वहां रहना नहीं चाहते। उन्होंने आवासों का निरीक्षण कर दोषी रखरखाव न करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।

..झलकियां..

- सदन में कुछ महिला पार्षदों की जगह उनके पति पहुंचे, सदन में बाहरी व्यक्ति भी आमद भी रही

- पार्षद शफीक हीरा जब बोल रहे थे जब उनके साथ आए व्यक्ति द्वारा पास आकर उन्हें बैठाने की कोशिश की गई

- बैठक के दौरान 79 पार्षदों में 15 से 20 पार्षद ही बोलते दिखे

- कुछ पार्षद ज्यादातर मोबाइल पर ही व्यस्त रहे।

- नेता प्रतिपक्ष नर्मदा जल लेकर पहुंचे थे

Posted By: Jitendra Richhariya

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